Russia Ukraine war: अमेरिकी चेतावनी के बाद भी बीजिंग रूस को लेकर अपने रुख पर कायम, कहा- हमारा रुख निष्पक्ष
Russia Ukraine war: चीन का यह बयान उस अमेरिकी चेतावनी के बाद आया है कि रूस पर प्रतिबंध लगाने बीजिंग की अनिच्छा अन्य अर्थव्यवस्थाओं के साथ उसके संबंधों को प्रभावित कर सकती है.
Russia Ukraine war: चीन ने गुरुवार को यूक्रेन संघर्ष पर अपने रुख का बचाव यह कहते हुए कहा कि वह "इतिहास के सही तरफ" है. चीन का यह बयान उस अमेरिकी चेतावनी के बाद आया है कि रूस पर प्रतिबंध लगाने बीजिंग की अनिच्छा अन्य अर्थव्यवस्थाओं के साथ उसके संबंधों को प्रभावित कर सकती है.
बीजिंग ने यूक्रेन पर मॉस्को के आक्रमण की निंदा करने से इनकार कर दिया है. चीन अपने करीबी सहयोगी रूस का समर्थन करने और पश्चिम के साथ संबंध बनाए रखनी की कूटनीतिक संतुलन बनाने की कोशिश कर रहा है.
इसने चीन को संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके सहयोगियों के समाने लाकर खड़ा कर दिया है, जिन्होंने सात सप्ताह पुराने युद्ध को रोकने के लिए रूस की वित्तीय प्रणाली और उसकी अर्थव्यवस्था के अन्य हिस्सों पर प्रतिबंध लगाए हैं ताकि पुतिन को शांति के लिए मजबूर किया जा सके.
'रूस की वैध सुरक्षा चिंताओं का भी हो सम्मान'
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने गुरुवार को जोर देकर कहा कि चीन का रुख "उद्देश्यपूर्ण और निष्पक्ष" है, और रूस की वैध सुरक्षा चिंताओं का भी सम्मान किया जाना चाहिए".
झाओ की ये टिप्पणी अमेरिकी ट्रेजरी सचिव जेनेट येलेन की चेतावनी के एक दिन बाद आई है जिसमें येलेन ने कहा था कि रूस के खिलाफ पश्चिमी प्रतिबंधों में भाग नहीं लेने के लिए चीन को आर्थिक परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.
'समय साबित करेगा चीन की स्थिति'
झाओ ने येलेन की टिप्पणी को "निराधार आरोप और संदेह" के रूप में खारिज कर दिया. झाओ कहा, "समय साबित करेगा कि चीन की स्थिति इतिहास के सही तरफ है."
वाशिंगटन ने आशंका जताई है कि चीन रूस को सैन्य और आर्थिक सहायता भेज सकता है या उसकी अर्थव्यवस्था को पस्त करने वाले सख्त प्रतिबंधों को कमोजर करने में मदद कर सकता है. लेकिन बीजिंग ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि वह "रूस पर अमेरिकियों और यूरोपीय लोगों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों को दरकिनार करने के लिए जानबूझकर कुछ नहीं कर रहा है".
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