Russia Ukraine War: यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियान को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने यूरोप महाद्वीप के लिए तबाही बताया है. पीएम ने एक ट्वीट में कहा, “यह हमारे महाद्वीप के लिए एक आपदा है. मैं आज सुबह यूक्रेन (Ukraine) पर रूसी आक्रमण पर राष्ट्र को संबोधित करूंगा.” प्रधानमंत्री जॉनसन ने कहा, “मैं जी-7 के साथी नेताओं से भी बात करूंगा और मैं सभी नाटो नेताओं की जल्द से जल्द बैठक बुलाने का आह्वान कर रहा हूं. ”
बता दें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने डोनबास क्षेत्र में विशेष सैन्य अभियान की घोषणा कर दी है. पुतिन ने दावा किया इस कदम का मकसद नागरिकों की रक्षा करना है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन से उत्पन्न खतरों के जवाब में रूस ने वहां एक विशेष सैन्य अभियान शुरू करने का कदम उठाया है. उन्होंने अन्य देशों को भी चेतावनी देते हुए कहा कि रूसी कार्रवाई में किसी प्रकार के हस्तक्षेप के प्रयास के ‘‘ ऐसे परिणाम होंगे, जो उन्होंने पहले कभी नहीं देखे होंगे.’’ एक टेलीविज़न संबोधन के दौरान पुतिन ने यह घोषणा उस समय की जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने यूक्रेन मामले पर उनसे सब्र रखने की गुज़ारिश की.
अमेरिका समेत यूएन और नाटो ने की यूक्रेन पर रूसी हमले की निंदा
रूस पर यूक्रेन के हमले की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने निंदा की है. उन्होंने कहा है कि इस युद्ध में होने वाले नुकसान और मौतों के लिये सिर्फ और सिर्फ रूस जिम्मेदार होगा. बाइडेन ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन ने पहले से तय एक युद्ध को चुना है जो लोगों की जान लेगा और मानव त्रासदी का कारण बनेगा. उन्होंने कहा कि यूएस और उसके सहयोगी इसका उचित और निर्णायक तरीके से जवाब देंगे. ब्रिटेन, यूरोपीय संघ, संयुक्त राष्ट्र और नेटो के नेताओं ने भी रूस के हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है.
यूएन चीफ गुतारेस ने कहा- मेरे कार्यकाल का सबसे दुख क्षण
संयुक्त राष्ट्र महासचिव (UN Secretary-General) एंतोनियो गुतारेस (Antonio Guterres) ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के यूक्रेन (Ukraine) में एक विशेष सैन्य अभियान की घोषणा किये जाने को ‘‘अपने कार्यकाल का सबसे दुखद क्षण’’ करार दिया है. गुतारेस ने कहा ,‘‘ संयुक्त राष्ट्र के महासचिव के मेरे कार्यकाल में यह दुखद क्षण है. मैंने सुरक्षा परिषद की इस बैठक की शुरूआत राष्ट्रपति पुतिन को संबोधित करते हुए और उन्हें यह कहते हुए की कि अपने सैनिकों को यूक्रेन पर हमला करने से रोकें, शांति का रास्ता चुनें क्योंकि पहले ही काफी लोगों की जान जा चुकी है.’’उन्होंने कहा कि यह बैठक चल रही थी कि पुतिन ने डोनबास में ‘विशेष सैन्य अभियान’ की घोषणा की.
यूएन महासचिव ने कहा,‘‘ इस वर्तमान परिस्थिति में मुझे अपनी अपील बदलनी होगी.’’उन्होंने कहा,‘‘ मुझे कहना पड़ेगा राष्ट्रपति पुतिन: मानवता के नाम पर रूस में अपने सैनिकों को वापस लाइए. मानवता के नाम पर यूरोप में इसे शुरू करने की अनुमति नहीं दीजिए, जो सदी की शुरुआत के बाद से सबसे भयावह युद्ध हो सकता है, जिसके परिणाम न केवल यूक्रेन के लिए विनाशकारी हैं, न केवल रूसी संघ के लिए दुखद हैं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए दुखदायी हैं.
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