Russia-Ukraine War: रूस-यूक्रेन के बीच जंग जमीन और आसमान के साथ-साथ समुद्र में भी लड़ी जा रही है. समुद्र में ये जंग ब्लैक सी यानी ब्लैक सागर पर बसे क्रीमिया से चल रही है. वही क्रीमिया जिसे आठ साल पहले व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन से छीन लिया था.
मौजूदा रूस-यूक्रेन युद्ध की शुरुआत दरअसल आज से आठ साल पहले ही चुकी थी, जब पुतिन ने क्रीमिया को अपने कब्जे में किया था. एबीपी न्यूज की टीम आज इसी विवादित क्रीमिया प्रायद्वीप पर पहुंची है. यूक्रेन पर समुद्र से हमला करने वाली रूसी नौसेना के जंगी बेड़े का मुख्यालय भी इसी क्रीमिया के सबसे बड़े शहर सेवेस्तोपोल में है.
ब्लैक सी के तट से यूक्रेन पर मिसाइल से हमला
बुधवार को रूस ने ब्लैक सी (ब्लैक सागर) के तट से यूक्रेन पर दो सुपरसोनिक मिसाइल से हमला किया. इन हमलों में यूक्रेन के दो फ्यूल डिपो को निशाना बनाया गया. रूसी नौसेना ब्लैक सागर से लगातार यूक्रेन पर हमले बोल रही है. यानी यूक्रेन पर जल, थल और आकाश तीनों से धावा बोला जा रहा है.
आज एबीपी न्यूज की टीम भी रूस के विवादित क्रीमिया में है, जो ब्लैक सागर का एक बड़ा प्रायद्वीप है और जिसे रूस ने वर्ष 2014 में मिलिट्री ऑपरेशन में यूक्रेन से हड़प लिया था. यूक्रेन ने उस वक्त इस कब्जे का कोई सैन्य विरोध नहीं किया था. हालांकि, रूस ने बाद में यहां जनमत संग्रह कराकर अपने दावे को मजबूत कर लिया था.
यूक्रेन को पूरी तरह ब्लैक सी से काटने की कोशिश
क्रीमिया के सेवेस्तोपोल में रूसी नौसेना की जंगी बेड़े का मुख्यालय है. इसी ब्लैक सागर से रूसी नौसेना यूक्रेन के ओडेसा, खेरसोन पोर्ट और इलाकों को निशाना बनाती है. रूस की पूरी कोशिश है कि यूक्रेन को पूरी तरह से ब्लैक सी से काट दिया जाए. ब्लैक सी और एजोव सागर को एक छोटा सा क्रेच-स्ट्रेट जोड़ता है.
एबीपी न्यूज की टीम जब क्रीमिया के सबसे बड़े शहर सेवेस्तोपोल पहुंची, तो यहां रूसी नौसेना के युद्धपोत साफ देखे जा सकते थे. आसमान में रूस के लड़ाकू विमान दिख रहे थे और उनकी थर्राने वाली गड़गड़ाहट ब्लैक सागर के तट तक साफ सुनाई दे रही थी, लेकिन क्रीमिया के लोगों के लिए यहां जिंदगी सामान्य दिखाई पड़ रही थी. लोग समुद्र के किनारे बैठकर धूप का आनंद ले रहे थे, तो कुछ लोग वहां रोजाना की तरह वॉक कर रहे थे.
पुतिन खुद ट्रक चलाकर क्रीमिया में दाखिल हुए थे
वर्ष 2018 में रूस ने क्रीमिया को मैनलैंड रूस से जोड़ने के लिए इसी क्रैच स्ट्रैट पर करीब 12 किलोमीटर लंबा पुल बनाया था. पुल का उद्घाटन खुद पुतिन ने एक बड़े से कॉमर्शियल ट्रक को इस पुल पर दौड़ाकर किया था. पुतिन का वो वीडियो जबरदस्त वायरल हुआ था. दरअसल, क्रीमिया के कब्जे के बाद पूरी दुनिया को अपनी धौंस दिखाने के लिए रूसी राष्ट्रपति पुतिन खुद ट्रक चलाकर क्रीमिया में दाखिल हुए थे.
पुतिन ने आठ साल बाद यूक्रेन पर हमला कर दिया
हालांकि, अभी तक कानूनी तौर पर दुनिया ने इस कब्जे को मान्यता कभी नहीं दी. क्रीमिया पर कब्जे के बाद से ही अमेरिका सहित पश्चिमी देशों ने रूस पर कई प्रतिबंध लगा दिए थे, लेकिन प्रतिबंधों का रूस पर कोई खास असर नहीं पड़ा था, जिसका नतीजा था कि पुतिन ने 08 साल बाद यूक्रेन पर हमला कर दिया और यूक्रेन के डॉनबास इलाके को आजाद घोषित कर दोनेत्सक और लुहांस्क नाम से दो अलग देश बनाने की मान्यता दे दी.
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