Russia Ukraine War: राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन पर हमले के आदेश क्यों दिए? रूस ने दिया जवाब
Russia Ukraine War Crisis: रूस ने कहा है कि, पूर्वी यूक्रेन में विद्रोही नेताओं ने यूक्रेन की ‘‘आक्रामकता’’ से बचाव के लिए रूस से सैन्य सहायता मांगी है.
यूक्रेन पर रूस के हमले को लेकर दुनियाभर के देश नजर बनाए हुए हैं. साथ ही पुतिन की इस कार्रवाई की निंदा भी हो रही है. लेकिन अब रूस की तरफ से बताया गया है कि आखिर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने क्यों सैन्य कार्रवाई के आदेश जारी किए. साथ ही पूरे घटनाक्रम की जानकारी भी दी गई है.
रूस ने बताया क्यों किया हमला
रूस ने कहा है कि, पूर्वी यूक्रेन में विद्रोही नेताओं ने यूक्रेन की ‘‘आक्रामकता’’ से बचाव के लिए रूस से सैन्य सहायता मांगी है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि विद्रोही नेताओं ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को पत्र लिखकर बताया है कि यूक्रेन की सेना द्वारा की गई गोलाबारी में कई नागरिकों की मौत हुई है और कई लोग पलायन करने को मजबूर हुए हैं. यह कार्रवाई पुतिन द्वारा पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थित विद्रोही क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता देने और उनके साथ मित्रता समझौतों पर हस्ताक्षर करने के बाद की गई है. मंगलवार 22 फरवरी को इन्होंने पुतिन को देश के बाहर सैन्य बल का इस्तेमाल करने की अनुमति भी दे दी थी.
अमेरिका ने लगाए आरोप
इस बीच, व्हाइट हाउस ने कहा कि यूक्रेन की सरकार की कथित ‘‘आक्रामकता’’ के खिलाफ यूक्रेन के अलगावादियों का रूस से मदद मांगना एक झूठा अभियान है, जिसके खिलाफ पश्चिमी देशों ने लगातार चेतावनी दी है. गौरतलब है कि अमेरिका और उसके सहयोगी कई हफ्ते से आरोप लगा रहे हैं कि रूस इस तरह के अभियानों के जरिए यूक्रेन पर आक्रमण के लिए एक बहाना बनाने की कोशिश करेगा.
इस घटनाक्रम को लेकर यूक्रेन की सीमा रक्षा एजेंसी ने कहा कि, रूस की सेना ने पड़ोसी बेलारूस से देश पर हमला किया है. एजेंसी ने कहा कि रूसी सैनिकों ने बेलारूस से तोपों से गोले दागे. यूक्रेन के सैनिक भी जवाबी गोलीबारी कर रहे हैं. वहीं रूस की सेना ने कहा है कि उसने यूक्रेन के हवाई अड्डों और अन्य सैन्य संपत्तियों को निशाना बनाया है, आबादी वाले क्षेत्रों को लक्षित नहीं किया गया.
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