European Union on Russian Oil: रूस और यूक्रेन के बीच 70वें दिन भी जंग जारी है. यूक्रेन के कई शहर तबाह हो चुके हैं. कई देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों की ओर से प्रतिबंधों के बावजूद रूस लगातार यूक्रेन पर बम के गोले बरसा रहा है. इस बीच एक बार फिर यूरोपीय यूनियन रूस के खिलाफ सख्त नजर आ रहा है. यूरोपीय संघ रूस पर चरणबद्ध तरीके से तेल प्रतिबंध की योजना बना रहा है. साथ ही और अधिक बैंकों पर प्रतिबंध को लेकर काम कर रहा है. यूरोपीय संघ के मुख्य कार्यकारी ने बुधवार को यूक्रेन में युद्ध को लेकर रूस पर एक चरणबद्ध तेल प्रतिबंध का प्रस्ताव रखा है. इसके साथ ही रूस के और टॉप बैंकों पर प्रतिबंध लगाने की योजना है. वही रूसी प्रसारकों को यूरोपीय एयरवेव से पहले ही प्रतिबंधित कर दिया गया है.
रूसी ऑयल पर EU की क्या है योजना?
अगर यूरोपीय संघ की सरकारों की ओर से सहमति जताई जाती है, तो दुनिया के सबसे बड़े व्यापारिक ब्लॉक के लिए जो रूसी ऊर्जा पर निर्भर हैं, इस क्षेत्र को वैकल्पिक आपूर्ति तलाशने होंगे. यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने स्ट्रासबर्ग में यूरोपीय संसद को बताया कि आज हम यूरोप से सभी रूसी ऑयल पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव करेंगे. यह पूरे रूस पर पूर्ण रूप से आयात प्रतिबंध होगा. 6 महीने के भीतर कच्चे तेल के आयात पर रोक लगा दी जाएगी और फिर 2022 के अंत तक रिफाइन्ड प्रोडक्ट भी नहीं आयात किए जाएंगे.
24 फरवरी से जारी है यूक्रेन पर हमला
बता दें कि 24 फरवरी को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सैन्य कार्रवाई के आदेश के बाद से लगातार यूक्रेन पर हमले जारी हैं. जमीन, समुद्र और हवाई मार्ग से यूक्रेन पर रूस का आक्रमण जारी है. पूर्वी यूक्रेन में नए सिरे से रूसी सैनिकों के आक्रमण ने बेहद ही भयावह तस्वीरें उभरी हैं. यूक्रेन में कई शहर बर्बाद हो चुके हैं. हजारों निर्दोष लोगों की जान जा चुकी है. अमेरिका समेत कई देश पहले ही रूस पर कई प्रतिबंध लगा चुके हैं लेकिन व्लादिमीर पुतिन अभी तक युद्ध विराम की दिशा में कोई ठोस पहल को लेकर संकेत नहीं दे रहे हैं.
ये भी पढ़ें: