France On Nord Stream Attack: रूस (Russia) ने ब्रिटिश नौसेना पर नॉर्ड स्ट्रीम गैस पाइपलाइनों पर हमले का आरोप (Russia Alleged Britain) लगाया था. इस पर यूके के इनकार के बाद अब फ्रांस (France) ने भी रूस को झूठा बताया है. फ्रांस के विदेश मंत्रालय ने रविवार (30 अक्टूबर) को कहा कि रूस का आरोप, "ब्रिटेन ने नॉर्ड स्ट्रीम गैस पाइपलाइन के खिलाफ हमलों (Nord Stream Attack) में भाग लिया और क्रीमिया में रूसी नौसेना के जहाज बिना सबूत (No Basis) के हैं." 


मंत्रालय के उप प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, "युद्ध में अपनी जिम्मेदारी से ध्यान हटाने के लिए ये आरोप मॉस्को की रणनीति का हिस्सा हैं." दरअसल, रूस के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार (29 अक्टूबर) को कहा था कि ब्रिटिश नौसेना इकाई के प्रतिनिधियों ने बाल्टिक सागर में नॉर्ड स्ट्रीम गैस पाइपलाइनों को उड़ा दिया. वे इस घटना को आतंकवादी हमला बता रहे हैं.


रूस ने सीधे नाटो सदस्य देश पर लगाया आरोप


ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने हमलों पर रूस के झूठे दावों की निंदा की. रूस ने इससे पहले बीते महीने पश्चिम पर ही गैस पाइपलाइन को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया था. बता दें कि रूस की यह पाइपलाइन नॉर्ड स्ट्रीम 1 और नॉर्ड स्ट्रीम 2 हैं, जो बाल्टिक सागर में हैं.


नॉर्ड स्ट्रीम पाइपलाइन क्या है


नॉर्ड स्ट्रीम (Nord Stream) यूरोप में गैस पाइपलाइनों (Gas Pipeline) का एक नेटवर्क है जो रूस से बाल्टिक सागर के नीचे चलती है. ये उत्तर पश्चिमी रूस में वायबोर्ग से बाल्टिक सागर के जरिए से पूर्वोत्तर जर्मनी के लुबमिन तक जाती है. इसमें दो अलग-अलग परियोजनाएं शामिल हैं, नॉर्ड स्ट्रीम 1 और 2. दोनों पाइपलाइनों में कुल 4 पाइपों के लिए दो पाइप, NS1 A और B के साथ-साथ NS2 A और B शामिल हैं. इसका संचालन रूसी ऊर्जा कंपनी गैजप्रोम करती है.


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