जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने यूक्रेन पर रूस के हमले की गुरुवार को कड़ी निंदा करते हुए इसे ‘यूक्रेन के लिए एक भयावह दिन और यूरोप के लिए ‘काला दिन’ करार दिया है. स्कोल्ज ने कहा कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण अंतरराष्ट्रीय कानून का खुला उल्लंघन है. इसे किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता. उन्होंने कहा कि जर्मनी रूसी राष्ट्रपति के इस कृत्य की यथासंभव कड़ी निंदा करता है.


जर्मन चांसलर ने एक बयान में कहा कि हम यूक्रेन एवं उसकी जनता के साथ एकजुट हैं. रूस को तत्काल सैन्य कार्रवाई रोकनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जर्मनी इस संबंध में जी7, उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) और यूरोपीय संघ के ढांचे के तहत करीबी समन्वय करेगा.


युद्ध में तब्दील हुआ महीनों से पसरा तनाव


गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन के बीच महीनों से बना तनाव का माहौल आखिरकार गुरुवार को युद्ध में बदल गया. यूक्रेन-रूस में तनाव के बीच राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सैन्य कार्रवाई का आदेश दे दिया है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुये यूक्रेन ने अपने देश में मार्शल लॉ लागू कर दिया है. 


रूस की ओर से जंग छेड़े जाने के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति ब्लोदीमिर जेलेनस्की ने कहा है कि हम झुकेंगे नहीं. जेलेनस्की ने कहा कि यूक्रेन रूस के आगे नहीं झुकेगा और हम पीछे भी नहीं हटेंगे. रूस ने यूक्रेन की कई जगहों पर एक साथ हमला किया है.


यूक्रेन की सड़कों पर पहुंचे रूसी सैनिक


सुरक्षा कैमरे की फुटेज में रूसी सैन्य वाहन क्रीमिया से यूक्रेन में दाखिल होते नजर आए. मिसाइलों और बमों से लगातार हमले यूक्रेन के शहरों पर हो रहे हैं. चारों-तरफ धुआं ही धुआं नजर आ रहा है. कई इमारतों को क्षति पहुंची है. सड़कों पर लंबा जाम भी लग गया है. लोग बेहद दहशत में नजर आ रहे हैं. जानकारी के मुताबिक रूसी हमले में 40 यूक्रेनी सैनिकों की मौत हो गई है.


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