German Civil Servants in Russia: रूस-यूक्रेन जंग (Russia Ukraine War) के बीच व्लादिमिर पुतिन (Vladimir putin) के अगुवाई वाली रूसी सरकार ने जर्मन कर्मचारियों को रूस छोड़कर वापस जर्मनी (Germany) चले जाने को कहा है. पुतिन सरकार का यह फैसला ऐसे समय में आया है, जबकि जर्मनी समेत कई यूरोपीय देश यूक्रेन का साथ दे रहे हैं और रूस के खिलाफ व्यापारिक प्रतिबंध लगाये हैं.


जर्मन सरकार से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, रूस में कार्यरत सैकड़ों जर्मन सिविल सेवकों को रूस छोड़ने को मजबूर किया जा रहा है. न्यूज एजेंसी AFP ने आज शनिवार, 28 मई को जर्मन अधिकारियों के हवाले से ये जानकारी दी. बताया जा रहा है कि रूस के इस फैसले के कारण शिक्षा और सांस्कृतिक क्षेत्रों में काम कर रहे सैकड़ों जर्मन सिविल सेवकों को रूस छोड़ना पड़ेगा.




जर्मनी को अपने राजनयिक कर्मचारियों को कम करना होगा और मास्को में गोएथे इंस्टीट्यूट कल्चरल ऑर्गेनाइजेशन और जर्मन स्कूलों जैसे सार्वजनिक संस्थानों से जर्मन कर्मियों को हटाना होगा, रूसी अधिकारियों द्वारा इसके लिए जून की शुरुआत तक का वक्त दिया गया है.


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