रूस और यूक्रेन के बीच जंग में एक भारतीय छात्र की मौत हो गई. 21 वर्षीय नवीन शेखरप्पा की मौत खारकीव में रेस्क्यू के दौरान हुए हमले में गई. वह कर्नाटक के रहने वाले थे. विदेश मंत्रालय ने ट्वीट करके छात्र की मौत की जानकारी दी. मंत्रालय ने छात्र की मौत पर दुख जताया है. इस बीच नवीन के साथियों से एबीपी न्यूज ने बात की है. उन्होंने बताया कि खारकीव में कैसे हालात हैं.
नवीन के साथी राहुल ने बताया, 'मुझे नवीन की मौत की खबर दोस्तों के जरिए मिली. नवीन मेरे सीनियर थे. उनकी मौत की खबर सुनकर हम घबरा गए. यहां पर अब भी 3 से 4 हजार छात्र हैं. कुछ छात्र हॉस्टल, मेट्रो स्टेशन में फंसे हुए हैं.' राहुल खारकीव से 30 किमी दूर एक गांव में हैं. राहुल यूक्रेन की अपनी एक दोस्त के घर में शरण लिए हुए हैं. उन्होंने कहा कि यहां पर भी रहना सुरक्षित नहीं है. यहां पर भी बमबारी हो रही है.
'खारकीव से निकलना बहुत कठिन'
राहुल ने कहा कि खारकीव से निकलना ही बहुत कठिन है. यहां से आप ट्रेन से ही निकल सकते हैं. लेकिन वो दिन में सिर्फ एक बार चल रही है. स्टेशन तक पहुंचना भी हमारे लिए बहुत मुश्किल है. राहुल ने कहा कि नवीन भारतीय थे, इस वजह से हम उन्हें जानते थे. लेकिन वह कहां और किसके साथ रहते थे, इसकी जानकारी हमें नहीं है. यहां पर ज्यादातर 2-3 छात्र एकसाथ रहते हैं.
राहुल ने कहा कि खारकीव में जो भारतीय हैं उनको मदद नहीं मिली है. यहां से कोई भी जगह 1000-1200 किमी की दूरी पर है. यहां से टैक्सी मिलना भी मुश्किल है. नवीन की एक अन्य साथी पूजा ने कहा, 'वह एमबीबीएस फोर्थ ईयर के स्टुडेंट थे. नवीन अपने दो दोस्तों के साथ रहते थे. नवीन बाहर खाना लेने के लिए गया था. वो सुपर मार्केट के बाहर लाइन में लगा था.'
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