रूस और यूक्रेन की जंग के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 'स्टेट ऑफ द यूनियन' को संबोधित किया. उन्होंने रूसी आक्रमण के खिलाफ यूक्रेन के लोगों की मदद करने की अपील की. हालांकि अपने संबोधन के दौरान बाइडेन ने गलती से यूक्रेनियन्स को ईरानियन बोल दिया.
जो बाइडेन ने कहा, व्लादिमीर पुतिन टैंकों के दम पर कीव को घेर सकते हैं, लेकिन वह ईरानी लोगों के दिलों और आत्माओं को कभी हासिल नहीं कर पाएंगे. उनके इस बयान के बाद ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया पर ईरानियन शब्द ट्रेंड करने लगा.
ये कोई पहली बार नहीं है कि 79 वर्षीय बाइडेन ने अपने संबोधन में कोई गलती की हो. एक बच्चे के रूप में उन्हें अपने भाषण में समस्या थी और उन्हें हकलाने पर काबू पाने के लिए काम करना पड़ा था.पिछले साल जो बाइडेन ने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को प्रेसीडेंट हैरिस बोल दिया था. इसके बाद वो सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे थे. 'स्टेट ऑफ द यूनियन' को संबोधित करते हुए जो बाइडेन कहा कि वह यूक्रेन में अपनी सेना को नहीं भेजेंगे.
क्या बोले जो बाइडेन
यूक्रेन में जंग को लेकर जो बाइडेन ने कहा कि 6 दिन पहले पुतिन ने गलत फैसला लिया. रूस ने सोचा कि वह यूक्रेन को रौंद देंगे, लेकिन यूक्रेन के लोगों ने रूस को कड़ा जवाब दिया है. यूक्रेन के लोगों ने साहस दिखाया है. अमेरिका यूक्रेन के लोगों के साथ खड़ा है.
बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच जंग का आज सातवं दिन है. 24 फरवरी को रूस के हमले के साथ युद्ध की शुरुआत हुई थी. यूक्रेन के खारकीव शहर में रूसी सैनिकों ने एयरस्ट्राइक की. अब यहां पर रूस की लैंडिंग फोर्स भी उतर गई है. यहां रूसी सैनिक और यूक्रेनी लड़ाकों के बीच जंग जारी है.