Russia Ukraine Conflict: यूक्रेन में गहराते संकट के बीच भारत की चिंता भी बढ़ती जा रही है. दरअसल यूक्रेन में अब भी हजारों भारतीय फंसे हुए हैं. इस बीच सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने चिंता और बढ़ा दी है. दरअसल इस वीडियो में बॉर्डर पर खड़े भारतीय छात्रों पर यूक्रेन की पुलिस द्वारा मारपीट की जा रही थी. कुछ वीडियो में छात्र वहां खाने-पीने की दिक्कत भी बता रहे हैं. ऐसे में वहां फंसे भारतीयों को अब जल्द से जल्द देश वापस लाने के लिए भारत सरकार एक्शन में आ गई है. सरकार ने इसके लिए 4 केंद्रीय मंत्रियों की एक टीम बनाई है. ये चारों मंत्री यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जाएंगे और यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वपासी की कोशिश करेंगे.


पीएम ने उच्च स्तरीय बैठक में लिया फैसला


रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को एक उच्च स्तरीय आपात बैठक बुलाई. इसमें यूक्रेन में फंसे भारतीय लोगों को वापस लाने पर पर चर्चा हुई. इस दौरान तय किया गया कि चार केंद्रीय मंत्रियों की एक टीम बनाई जाएगी. ये चारों मंत्री यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जाएंगे और फंसे हुए इंडियंस के बचाव कार्य में जुटेंगे. ये मंत्री उन देशों में विशेष दूत के रूप में जाएंगे.


ये मंत्री हैं टीम में


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिन चार मंत्रियों को इस काम के लिए चुना है उनमें हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh puri), ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia), किरण रिजिजू (Kiren Rijiju) और जनरल वीके सिंह (VK Singh) शामिल हैं.


अब तक 1100 से ज्यादा भारतीय छात्रों की हुई वापसी


भारतीय छात्रों को वापस लाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से ऑपरेशन गंगा चलाया जा रहा है. इसके तहत अभी तक 5 फ्लाइट यूक्रेन में फंसे छात्रों को यहां ला चुकी है. सोमवार को 249 छात्रों को वापस लाया गया था. इससे पहले 26 फरवरी को एक और 27 फरवरी को तीन फ्लाइट छात्रों को लेकर आई थी. अब तक करीब 1100 छात्रों को यूक्रेन से निकाला जा चुका है.


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