Russia- Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध के एक साल पूरे हो चुके हैं. इस दौरान दोनों देशों के हजारों सैनिकों की मौत हो चुकी है. इसी बीच विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस कैलेंडर वर्ष में रूस (Russia) के बर्थ रेट में 10 फीसदी की कमी आ सकती है, क्योंकि यूक्रेन (Ukraine) में चल रहे युद्ध में हजारों रूसी सैनिकों की मौत जारी है.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पिछले साल 24 फरवरी को यूक्रेन में स्पेशल आर्मी ऑपरेशन की शुरुआत की थी. तब से यूक्रेन के साथ युद्ध में लगभग 65,000 रूसी लड़ाके मारे गए हैं और 1.3 लाख से अधिक गंभीर रूप से घायल हुए हैं.
कम लोग होंगे पैदा
एक रिपोर्ट के अनुसार विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया है कि अगर आगे भविष्य में भी युद्ध जारी रहता है तो रूस में इस साल 1.2 मिलियन (10 लाख 20 हजार) से कम लोग पैदा हो सकते है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आर्मी अटैक में सक्रिय भागीदारी से बचने के लिए युद्ध शुरू होने के बाद से लगभग 8 लाख लोग रूस से भाग गए हैं. ये सारे लोगों की उम्र लड़ने वाली है.
संयुक्त राष्ट्र के एक रिपोर्ट से पता चला है कि सोवियत सोशलिस्ट रिपब्लिक के संघ (USSR ) के अलग होने के समय रूस की आबादी अपने चरम पर पहुंच गई थी, लेकिन अभी के वक्त में रूस के जनसंख्या संकट की उलटी गिनती शुरू हो गई है, क्योंकि यूक्रेन में रूस का युद्ध जारी है.
रूस और चीन की स्थिति एक जैसी
रूस में आने वाले भविष्य में युद्ध विराम दिखने के साथ देश की स्थिति और खराब हो सकती है, क्योंकि यहां बुजुर्ग आबादी में बढ़त दर्ज की जा रही है. वैसे रूस की स्थिति चीन जैसी ही है. बर्थ रेट को लेकर चीनी सरकार ने देश में कर्मचारियों के लिए महीने भर के वैवाहिक अवकाश की अनुमति दी है, ताकि इसकी जनसंख्या में वृद्धि हो.
रूसी जन सांख्यिकीविद् अलेक्सी रक्षा ने कहा कि युद्ध-क्षेत्र में होने वाले नुकसान पहले से ही लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था में गहरे घाव को जोड़ देंगे. उन्होंने कहा कि युद्ध के मैदान में होने वाली मौतें फ्रंटलाइन से परे होंगी और रूसियों पर एक से अधिक तरीकों से प्रभाव पड़ेगा.
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