Russia-Ukraine War: वाशिंगटन में हाल ही में हुए नाटो शिखर सम्मेलन के बाद रूस को चारों तरफ से घेरने का फैसला किया गया है. नाटो देशों ने पहले ही रूस के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं. ऐसी हालत में रूस अब चीन के साथ दोस्ती मजबूत कर रहा है. उधर नाटो के 32 देश रूस को चारों तरफ से घेरने में जुटे हैं. इनमें से अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस पूरी तरह से रूस के सामने आ गए हैं. 


रूस-यूक्रेन युद्ध अब तीसरे साल में प्रवेश कर गया है, लेकिन छोटा सा देश यूक्रेन चट्टान की तरह रूस के सामने खड़ा है. नाटो देशों की मदद से यूक्रेन पीछे हटने को तैयार नहीं है, ऐसी स्थिति में रूस के राष्ट्रपति पुतिन पूरी तरह से बौखला गए हैं. रूस से लड़ने के लिए अमेरिका ने यूक्रेन को एफ-16 लड़ाकू विमान दिया है. इसके अलावा अमेरिका के हिमार्स रॉकेट रूस में तबाही मचा रहे हैं. इसके अलावा ब्रिटेन ने यूक्रेन को स्टार्म शैडो क्रूज मिसाइल दिया है, जो पीछे से हमला कर रहे हैं. वहीं फ्रांस ने यूक्रेन को सीजर तोप दे दिया है, जो रूस को फ्रंट मोर्चे पर चुनौती दे रहे हैं. 


पुतिन ने कहा नाटो देशों की भूल
नाटो देशों की तरफ से घिरने के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने परमाणु युद्ध की धमकी दी है. अगर रूस हमले करता है तो आधी दुनिया तबाह हो जाएगी. कयास लगाए जा रहे हैं कि रूस 16 देशों पर परमाणु हमला कर सकता है. व्लादिमीर पुतिन ने कहा, 'सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है. दुश्मन हमारे परमाणु संयंत्रों पर हमला कर रहे हैं. हमें इसपर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है. जो देश कीव का समर्थन कर रहे हैं, उनका इसपर ध्यान नहीं जा रहा है. ये उनकी बहुत बड़ी गलती है और इसे याद रखेंगे.'


पुतिन के करीबी ने दी परमाणु ताकत की धमकी
पुतिन के करीबी सर्गेई रयाबकोव नाटो देशों को चेतावनी देते हुए कहा, 'रूस की परमाणु ताकत को कम आंकना नाटो देशों की भूल है. पश्चिमी और नाटो देश रूस का भले ही मजाक उड़ाएं लेकिन उनको रूस की ताकत का अंदाजा नहीं है.' दूसरी तरफ जो बाइडेन ने कहा है कि जबसे रूस ने यूक्रेन पर क्रूर हमले करना शुरू किया, तभी से हमने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से वादा किया है कि पश्चिमी देश हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे. बाइडेन ने कहा कि पश्चिमी देश यूक्रेन को लगातार हथियारों की सप्लाई करते रहेंगे. 


एक्टिव मूड में रूस के परमाणु हथियार
दरअसल, यूक्रेन के 20 फीसदी इलाकों पर रूस ने कब्जा कर लिया है. लेकिन इस बीच नाटो देश रूस को चौतरफा घेरने में जुटे हैं. इस युद्ध में रूस का भी बड़ा नुकसान हुआ है. भारी संख्या में रूस के सैनिकों की मौत हुई है. दूसरी तरफ यूक्रेन के सैनिकों और नागरिकों की मौत हुई है. चौतरफा अपने को घिरा देख अब पुतिन बौखला गए हैं, पिछले कुछ महीनों से लगातार वे परमाणु हमले की चेतावनी दे रहे हैं. अब पुतिन परमाणु हमला को लेकर निर्णय लेने के लिए 25 जुलाई की तारीख तय की है, उन्होंने कहा है कि अगर पश्चिमी देश पीछे नहीं हटते हैं तो रूस परमाणु हमला करने में देर नहीं लगाएगा. रूस ने अपनी मिसाइलों में पहले से परमाणु हथियारों को एक्टिव मूड में रखा है.


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