Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन जंग के बीच कई बार तीसरे विश्व युद्ध की आशंका से जुड़ी खबरें आ चुकी हैं. एक्सपर्ट्स कई बार अनुमान लगा चुके हैं कि अगर हालात ऐसे ही बिगड़ते रहे तो वह दिन दूर नहीं, जब तीसरा युद्ध देखने को मिलेगा. रूस समय-समय पर परमाणु हथियारों का नाम लेकर विश्व युद्ध की धमकी देता रहता है. ऐसे में चीजें कभी भी बिगड़ सकती हैं. 


अब तीसरे युद्ध की चर्चा एक बार फिर तेज हो गई है. ऐसा इसलिए क्योंकि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन परमाणु हथियारों को यूक्रेन के उत्तर में बेलारूस की ओर ले जा रहे हैं. इस बात की पुष्टि बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको भी कर चुके हैं. उन्होंने कहा था कि रूसी परमाणु हथियार 25 मई तक आ जाएंगे. हालांकि उन्होंने अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं की है कि रूस के परमाणु हथियार बेलारूस में आ चुके हैं या नहीं. 


यूरोप के कई शहर निशाने पर 


इससे पहले रूस और बेलारूस के रक्षा मंत्री के बीच इस समझौते को लेकर एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर हो चुके हैं. दोनों ने खास मुलाकात के दौरान एक रोडमैप तैयार किया था. इस समझौते के तहत रूस ने 1991 के बाद पहली बार विदेशी धरती पर सामरिक परमाणु हथियार तैनात किया है. खास बात यह है की रूस के परमाणु हथियार बेलारूस से कई यूरोपीय शहरों तक पहुंचने में सक्षम हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि रूस ने यूरोप के कई शहरों को टारगेट पर ले रखा है. ऐसा इसलिए क्योंकि यूक्रेन के साथ जारी युद्ध में अब किसी तरह की दखलंदाजी न हो. इससे पहले भी रूस पश्चिमी शक्तियों पर यूक्रेन को उकसाने का आरोप लगा चुका है. 


अमेरिका ने की है रूस की निंदा 


गौरतलब है कि रूस बेलारूस और यूक्रेन के साथ 1,084 किमी लंबी सीमा साझा करता है. ऐसे में परमाणु हथियारों को बेलारूस की ओर ले जाने के पीछे क्या मकसद है, यह तो पुतिन ही बेहतर बता पाएंगे. हालांकि इस समझौते पर अमेरिका ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलन ने रूस की पहल की निंदा करते हुए कहा है कि यह यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से रूस की तरफ से गैर-जिम्मेदाराना रवैये का एक नया उदाहरण है. 


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