यूक्रेन और रूस के बीच जंग का आज पांचवां दिन है. 24 फरवरी को शुरू हुई इस लड़ाई में यूक्रेन डटकर 'महाशक्ति' रूस का सामना कर रहा है. दोनों देशों के बीच जारी जंग में परमाणु बम का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रविवार को Nuclear Deterrent Force को अलर्ट पर रहने का आदेश दिया है. 


अपने अधिकारियों से बात करते हुए पुतिन ने कहा कि नाटो ने रूस के खिलाफ 'आक्रामक बयान' दिया है और पश्चिमी देशों ने कई प्रतिबंध भी लगाए हैं. इन कार्रवाइयों के बाद पुतिन को ये आदेश देना पड़ा. पुतिन ने रूसी रक्षा मंत्री और सेना के जनरल स्टाफ के प्रमुख को Nuclear Deterrent Force को अलर्ट पर रहने का आदेश दिया. 


क्या है Nuclear Deterrent Force


पुतिन के इस आदेश के बाद अब समझते हैं कि Nuclear Deterrent Force क्या है. USA Today के मुताबिक, Nuclear Deterrent Force परमाणु हमलों से बचाने वाली टुकड़ी है. शीत युद्ध के दौरान Nuclear Deterrence Theory सामने आई थी. शीत युद्ध के समय सोवियत संघ और अमेरिका के बीच जब तनाव था तब अमेरिका ने Nuclear Deterrence Strategy को अपनाया था.


इसका मतलब ये है कि अगर सोवियत संघ या कोई और देश अमेरिका पर परमाणु हमला करता है तो उसी सख्ती से उसका जवाब दिया जाएगा. अमेरिका की इस रणनीति को अब रूसी राष्ट्रपति पुतिन अपना रहे हैं. अमेरिकी सेना के रिटायर जनरल बेन होजेस ने पुतिन का ये कदम आश्चर्यजनक है. होजेस यूरोप में अमेरिकी सेना बलों के कमांडिंग ऑफिसर के रूप में कार्य कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि बेशक इसके लिए उन्हें कुछ भी खर्च नहीं करना पड़ेगा, परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के लिए कुछ भी खतरा नहीं है. 


पुतिन ने इससे पहले कहा था अगर कोई भी देश हमें बाधा पहुंचाएगा तो उसे ऐसे परिणाम का सामना करना पड़ेगा जो उसने अपने इतिहास में कभी नहीं झेले होगा.


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