Russia Ukraine War: तो क्या अब मोल्डोवा और ट्रांसनिस्तरिया हैं रूस के निशाने पर, जानिए क्यों मॉस्को की नजर है इन दोनों देशों पर
Russia Ukraine Crisis: अभी रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध खत्म ही नहीं हुआ था कि ये चर्चा शुरू हो गई है कि रूस अब मोल्दोवा और ट्रांसनिस्तरिया पर हमला कर सकता है. जानते हैं आखिर क्या है इसके पीछे की वजह.
Russia Ukraine Conflict: रूस ने 24 फरवरी 2022 को यूक्रेन पर हमला कर दिया था. इस युद्ध को 2 महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है. इसे रोकने के लिए अब भी दुनियाभर के देश कोशिश में लगे हैं, लेकिन रूस पीछे हटने को तैयार नहीं है. इस बीच चर्चा है कि यूक्रेन के बाद रूस अब मोल्दोवा और ट्रांसनिस्तरिया तक पहुंच सकता है. ये दोनों देश यूक्रेन के पड़ोसी हैं और उसके पश्चिम में हैं. इन दोनों देशों पर रूसी हमले की चर्चा की वजह कुछ विस्फोट हैं जो 25 और 26 अप्रैल को ट्रांसनिस्तरिया में हुए हैं.
इसलिए तेज हुई चर्चा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रांसनिस्तरिया की सेना ने बताया है कि 27 अप्रैल को उनकी सीमा में ड्रोन विमान दिखे थे और एक अज्ञात व्यक्ति की ओर से गोलीबारी की गई थी. उस शख्स ने गोलीबारी कर 2 रेडियो टावर भी नष्ट कर दिए थे, इन टावरों से रूसी भाषा में प्रसारण होता था. वहीं यूक्रेन का कहना है कि यह हमला खुद रूस ने किया है और वह इसका बहाना बनाकर ट्रांसनिस्तरिया में दाखिल होना चाहता है. इसके बाद वह इस देश का यूज यूक्रेन पर हमला करने के लिए सैन्य प्लेटफॉर्म के रूप में कर सकता है.
अब ट्रांसनिस्तरिया को समझें
ट्रांसनिस्तरिया कहने को तो स्वतंत्र है, लेकिन उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता नहीं है. यह बहुत छोटा देश है जो 1990 में सोवियत संघ के विघटन के बाद मोल्दोवा से ही अलग हो गया था. यह देश रूसी मदद पर ही चल रहा है और यहां करीब 1500 रूसी सेना तैनात है. यही नहीं रूस ट्रांसनिस्तरिया के लोगों के फ्री में गैस देने के अलावा कई और सुविधाएं देता है. वह यहां के सीनियर सिटिजंस को पेंशन तक देता है. यहां की सरकार भी रूस समर्थक है. अगर सेना की बात करें तो ट्रांसनिस्तरिया के पास करीब 7500 सैनिक हैं.
ट्रांसनिस्तरिया के जरिए मोदोवा पर नजर
दरअसल मोल्दोवा पहले सोवियत संघ का ही हिस्सा था. यह देश सीमा के लिहाज से यूक्रेन और रोमानिया से जुड़ने के साथ ही यूरोपीय संघ के बीच में है. यह देश यूरोपीय संघ का सदस्य बनना चाहता है और इसके लिए इसी साल मार्च में आवेदन भी किया है, लेकिन यूरोपीय संघ में शामिल होने के लिए उसका सीमा पर नियंत्रण जरूरी है, लेकिन रूस के ट्रांसनिस्तरिया में रहते हुए वह कभी सीमा पर नियंत्रण नहीं कर सकता है. रूस मोल्दोवा पर अपना दबदबा बनाना चाहता है. ऐसे में रूसी सेना की ट्रांसनिस्तरिया में मौजूदगी से यह डर बना हुआ है कि कभी भी रूस मोल्दोवा पर भी हमला कर सकती है. इस देश का रूस के आगे टिकना इसलिए भी मुश्किल हैं क्योंकि इसके पास महज 6 हजार सैनिक हैं, जो रूसी सेना का सामना नहीं कर सकते. यूक्रेन को घेरने के लिए रूस के लिए ट्रांसनिस्तरिया और मोल्दोवा सबसे बेस्ट पॉइंट मिल साबित हो सकते हैं.
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