Russia Ukraine Conflict: यूक्रेन (Ukraine) पर हमले को लेकर दुनियाभर के देश रूस (Russia) को घेरने में लगे हुए हैं. इसे लेकर यूएन (UN) में 2 बार प्रस्ताव रखा जा चुका है. दोनों ही बार भारत ने तटस्थ रहते हुए वोटिंग नहीं किया, लेकिन रोमानिया (Romania) की राजदूत ने यूएन में भारत को अपने इस रुख पर फिर से विचार करने की अपील की है. भारत में रोमानिया की राजदूत देनियला ताने ने एबीपी न्यूज से बातचीत में ये बातें कहीं. उन्होंने भारतीयों को वहां से निकालने में मदद करने की भी बात कही.


क्या कहा रोमानिया की राजदूत ने


देनियला ताने ने रूस और यूक्रेन के बीच पहली बैठक बेनतीजा रहने पर कहा कि रूस इसमें दिलचस्पी नहीं दिखा रहा था. उन्होंने कहा कि अगर नाटो इसमें दखल देता है तो युद्ध और बढ़ जाएगा. पुतिन की नाटो को लेकर समझ कमजोर है. उन्होंने पुतिन की भी आलोचना की औऱ कहा कि पुतिन अंतर्राष्ट्रीय पाबंदियों की परवाह नहीं करते. रूस पर आर्थिक प्रतिबंधों का असर भी उन पर नहीं पड़ेगा. उन्होंने भारत के यूएन में वोट न करने के फैसले पर भी फिर से विचार करने की अपील की. वह भारतीयों को रोमानिया के रास्ते से निकालने पर भी बोलीं औऱ कहा कि आगे भी हम मदद को तैयार हैं.


भारत 2 बार वोटिंग से कर चुका है परहेज


बता दें कि भारत ने पिछले तीन दिनों में दो बार संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन संकट पर वोटिंग से परहेज किया है. सबसे पहले भारत ने यूक्रेन के खिलाफ रूसी हमले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के एक प्रस्ताव में वोटिंग नहीं की थी. भारत की तरह चीन और UAE भी वोटिंग से दूर रहे थे. इसके दो दिन बाद रूस के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की 193 सदस्यीय महासभा (UNGA) का “आपातकालीन विशेष सत्र” आहूत करने पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में वोटिंग हुई, लेकिन इस मतदान में भी भारत ने भाग नहीं लिया.


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