Russia Ukraine War Big News: रूस की सेना ने खेरसॉन क्षेत्र (Kherson) में नीपर नदी के पश्चिमी तट से पीछे हटने की घोषणा की है. यूक्रेन में रूसी सेना के ऑपरेशन कमांडर जनरल सर्गेई सुरोविकीन की ओर से रक्षा मंत्री शोइगू को सौंपी गई रिपोर्ट्स को लेकर आई खबरों के मुताबिक सप्लाई और प्रशासनिक कारणों से रूसी सेना अब खेरसॉन शहर में नीपर नदी के दूसरी ओर तैनात रहेंगे. रूसी सेना पीछे हट चुकी है. खेरसॉन में अब यूक्रेनी सेना मौजूद है.


सुरोविकिन ने दावा किया कि खेरसॉन के इलाके में यूक्रेन की सेना ने 10,000 सैनिक अगस्त से अक्टूबर के महीने में खोए हैं, जबकि रूसी सेना को इसके मुकाबले कहीं कम नुकसान हुआ है. यूक्रेनी सेना अभी भी इस इलाके में आक्रामक कार्रवाई कर रही है. हालांकि रूस इस इलाके में अपने सैनिकों की मौजूदगी बनाए हुए है. रूस का आरोप, यूक्रेनी सेना अब भी आक्रामक कार्रवाई कर रही है. खेरसोंन वह इलाका है जिसे रूस ने हाल ही में कथित जनमत संग्रह के बाद अपने नियंत्रण में लिया था.ॉ


स्थिति वास्तव में आसान नहीं


ये बड़ा फैसला ऐसे वक्त में हुआ है, जब हाल ही में रूस के सैन्य अधिकारियों ने लोगों से खेरसॉन शहर को तुरंत छोड़ने के लिए कहा था. 3 नवंबर को मॉक्को के नियुक्त किए गए एक अधिकारी ने इस संबंध में टेलीग्राम पर एक रिकॉर्डेड वीडियो शेयर किया था. इस वीडियो में स्ट्रेमोसेव नाम के अधिकारी ने कहा था कि हालात वास्तव में आसान नहीं है. यूक्रेन के जवाबी हमलों के बाद खेरसॉन शहर से हजारों नागरिकों को सुरक्षित निकाल लिया गया था.  यही नहीं रूसी अधिकारियों ने खेरसॉन के प्रशासन भवन से अपना झंडा भी हटा लिया था. हालांकि यूक्रेन ने कहा था कि झंडे को हटाना उकसाने वाला हो सकता है. यूक्रेन ने कहा था कि हमें जीत की खुशी मनाने की अभी कोई जल्दी नहीं है. 






नागरिकों को शहर छोड़ने को कहा था


इससे पहले 22 अक्टूबर को भी रूस के अधिकारियों ने खेरसॉन में रहने वाले नागरिकों को शरह को तुरंत छोड़ने के लिए कहा था. कहा जा रहा था कि यूक्रेनी सेना खेरसॉन पर कब्जा करने के दौरान नागरिकों को निशाना बना सकती है. 


हाल में रूस ने किया था ये दावा


हाल में रूस की तरफ से इस बात का दावा किया गया था कि यूक्रेन के चार क्षेत्रों डेनोत्स्क, खेरसॉन, लुहांस्क और जेपोरीजिया में जनमत संग्रह कराया गया था. इसमें ये भी कहा गया था, इन क्षेत्रों के लोग रूस में मिलना चाहते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो खेरसॉन के लोग अपना घर छोड़कर जाने को राजी नहीं हैं. हाल ही में रूस की तरफ से यूक्रेन में हमले तेज किए गए हैं तो यूक्रेन ने भी एक दिन में रूस के एक हजार सैनिकों को मारने का दावा किया था.


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