Russia Ukraine War: तबाही मचाने के बाद खेरसॉन से वापस लौटी रूसी सेना, यूक्रेन ने कहा- हमें भरोसा नहीं
Russia-Ukraine War News: युद्ध के बीच रूस ने कहा है कि उसके सैनिकों ने खेरसॉन से पूरी तरह से वापसी कर ली है. खेरसॉन में सैनिकों की गोलाबारी से सड़क के दोनों ओर के घर और इमारतें तबाह हो गई हैं.
Russia-Ukraine War Update: रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े महायुद्ध में अब रूस बैकफुट पर दिख रहा है. रूस ने शुक्रवार (11 नवंबर) को घोषणा की है कि उसके सैनिकों ने यूक्रेन के शहर खेरसॉन से अपनी वापसी पूरी कर ली है. रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने निप्रो नदी के पश्चिमी तट से सैनिकों की वापसी को कर लिया है. रूसी समाचार मीडिया TASS ने इसकी पुष्टि की है.
यूक्रेन की ओर से तत्काल इसपर कोई टिप्पणी नहीं की गई है, लेकिन रूस की ये घोषणा उन यूक्रेनी रिपोर्टों का खंडन करती प्रतीत होती है कि हजारों रूसी सैनिक अभी भी नदी के पश्चिम की ओर मौजूद हैं. यूक्रेनी सेना ने ये भी कहा है कि रूसी सैनिकों ने खेरसॉन को छोड़ने से पहले वहां दर्जनों बारूदी सुरंगें बिछा दी हैं.
यूक्रेन को भरोसा नहीं
यूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेजनिकोव ने गुरुवार को न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि रूस को खेरसॉन से बाहर निकलने में कम से कम एक सप्ताह का समय लगेगा. उन्होंने अनुमान लगाया कि अभी भी इस क्षेत्र में रूस के 40,000 सैनिक मौजूद हैं और खुफिया जानकारी से पता चलता है कि रूस की सेना शहर में और उसके आसपास अबतक बनी हुई है.
राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने गुरुवार की रात अपने संबोधन में कहा था कि यूक्रेनी सेना ने 41 बस्तियों को मुक्त करा लिया है, क्योंकि वे दक्षिण की तरफ से आगे बढ़ीं, जो लगभग नौ महीनों के युद्ध में रूसी सेना के नियंत्रण से किसी शहर को मुक्त कराने के लिए सबसे तेज कार्रवाई को दर्शाता है.
खेरसॉन के गवर्नर ने वीडियो शेयर किया
खेरसॉन के गवर्नर यारोस्लाव यानुशेविक ने टेलीग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें यूक्रेनी सैनिक खेरसॉन के बाहरी इलाके से लगभग 20 किमी (12 मील) दूर ब्लाहोदत्ने के आजाद हुए एक गांव से गुजरते हुए और यूक्रेनी झंडे लहराते हुए दिखाई दे रहे हैं.
वीडियो में दिख रहा है कि Posad Pokrovskiy गांव में, सड़क पर लगभग 12 किमी (7 मील) पीछे पूरी तरह से बर्बाद इमारतों और खेरसॉन के राजमार्ग पर एक पूरी तरह से नष्ट हुआ ट्रक खड़ा है और एक बस स्टॉप के ऊपर यूक्रेन का झंडा फहराता दिख रहा था, जिस पर बुलेट के छेद हैं.
खेरसॉन में सैनिकों की गोलाबारी से सड़क के दोनों ओर के घर और इमारतें जलकर खाक हो गईं हैं. राजमार्ग पर लगे पेड़ों की टूटी हुई टहनियां लटकी हुई दिखाई दे रही हैं और इन सबके बीच यूक्रेनी सैनिक सैन्य वाहनों के साथ शहर को पार करते हुए झंडे लहराते हुए दिखाई दे रहे हैं.
रूसी सेना के लिए बढ़ता जा रहा है खतरा
वहीं, यूक्रेन का कहना है कि अब भी कई रूसी सेना निप्रो के पश्चिमी तट पर हैं, तो मास्को को यह पता लगाना चाहिए कि आगे बढ़ने वाले यूक्रेनी सैनिकों के हमले से वे कैसे बचेंगे और नदी के पार तक कैसे जाएंगे. क्योंकि पहले से ही निप्रो नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त हो चुका है. खेरसॉन से रूसी-नियंत्रित पूर्वी तट निप्रो नदी तक जाने वाली एकमात्र सड़क थी जो कि अब ढह गई है. इससे रूसी सैनिकों के लिए भागना अब कठिन हो सकता है जबकि यूक्रेनी सैनिकों को उनका पीछा करने से रोकना भी मुश्किल हो सकता है.
यूक्रेन की सबसे बड़ी जीत है खेरसॉन से रूस की वापसी
फरवरी में रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े इस युद्ध के बीच रूसी सैनिकों की ये तीसरी बड़ी वापसी है और इस तरह से एक बड़े कब्जे वाले शहर को छोड़ने वाली पहली घटना है. मास्को की सेना को मार्च में राजधानी कीव के बाहरी इलाके से खदेड़ दिया गया था और सितंबर में खार्किव के पूर्वोत्तर क्षेत्र से हटा दिया गया था और अब खार्किव से. खेरसॉन प्रांत उन चार शहरों में से एक है जिसे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सितंबर के अंत में यूक्रेन से अलग करने का दावा किया था.
यह पुतिन के रूसी सैनिकों के यूक्रेन के पूरे काला सागर तट पर कब्जा करने के सपने को समाप्त करने जैसा है. यूक्रेनी सैन्य विश्लेषक यूरी बुटुसोव ने कहा कि खेरसॉन शहर यूक्रेनी तोपखाने की सीमा के भीतर था. नदी क्रॉसिंग के क्षेत्र में, जहां रूसी सैनिकों के मौजूद होने की बात कही जा रही है, वहां गोलाबारी हो रही है बुटुसोव ने कहा कि विस्फोटक विशेषज्ञ उन हजारों बारूदी सुरंगों, जिसे रूसी सैनिकों ने बनाया है उन्हें खत्म करने के लिए जा रहे हैं.
खेरसॉन को मौत का शहर बनाना चाहता था रूस
अपने संबोधन में, राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा कि 170,000 वर्ग किमी (66,000 वर्ग मील) का खनन किया जाना बाकी है, जहां दुश्मनों ने अपनी वापसी से पहले बारूदी सुरंग बिछाकर रखा है जैसा कि खेरसॉन में देखा गया है. वहीं, राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के एक सलाहकार, मायखाइलो पोडोल्याक ने गुरुवार को कहा कि रूस खेरसॉन को "मौत के शहर" में बदलना चाहता था, इसलिए उसने अपार्टमेंट से लेकर सीवर तक हर जगह बारूदी सुरंगे बिछाई हैं और उन्होंने निप्रो नदी के दूसरी तरफ से शहर में घुसने की योजना बनाई थी.
यूक्रेन के रक्षा मंत्री ने कहा- युद्ध कब समाप्त होगा, पता नहीं
यूक्रेन के रक्षा मंत्री रेजनिकोव ने रॉयटर्स से कहा कि उन्हें नहीं पता कि युद्ध कब खत्म होगा, लेकिन यह उनके लिए स्पष्ट था कि यह कैसे समाप्त होगा. यह यूक्रेन के लिए जीत होगी. यह तब होगा जब हम सभी यूक्रेनी अस्थायी रूप से कब्जे वाले क्षेत्रों को क्रीमिया, लुहांस्क और डोनेट्स्क सहित 1991 की सीमाओं पर कब्जा करने या मुक्त करने की स्थिति में होंगे.
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