Ukraine- Russia War: पिछले एक महीने से चल रहे रूस और यूक्रेन के तनाव  ने बीते गुरुवार युद्ध का रूप ले लिया है. रूस ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) के आदेश पर अपने पड़ोसी देश यूक्रेन पर बड़े स्तर पर हमला करना शुरू कर दिया है. दोनों देशों के बीच बनी स्थिति ने अन्य देशों को भी चिंता में डाल दिया है. इस जंग को घातक मानने का एक और कारण यह भी है कि पहली बार दूसरे विश्व युद्ध (Second World War) के बाद कोई इतना बड़ा हमला हो रहा है. यहां जानिए इस युद्ध से जुड़ी 10 बड़ी बातें.


जंग का पांचवा दिन


रूस-यूक्रेन में पिछले चार दिनों से युद्ध चल रहे हैं और आज इस जंग का पांचवां दिन है. दोनों देशों के बीत रहे हालात को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि ये युद्ध भयंकर होने वाला है. इस बीच रूस ने परमाणु डेटरेंट फोर्स को अलर्ट रहने को कहा है, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस और यूक्रेन बेलारूस और यूक्रेन की सीमा पर युद्ध के बीच बातचीत के लिए सहमत हुए हैं. दोनों देशों के प्रतिनिधि बेलारूस और यूक्रेन के बॉर्डर पर इकट्ठा हो रहे हैं.  


यूक्रेन ने दावा किया है कि रूसी हमलों में अब तक 116 बच्चों समेत 1684 लोग घायल हुए हैं. हालांकि, मंत्रालय ने अबतक मारे गए सैनिकों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. दूसरी तरफ रूस का दावा है कि वो सिर्फ यूक्रेन के सैन्य संस्थानों को टारगेट कर रहे हैं. इन हमलों से यूक्रेन की जनता को कोई खतरा नहीं है.


UN की महासभा में चर्चा को मिली मंजूरी


यूक्रेन पर रूस के हमले के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र महासभा का विशेष सत्र बुलाने को आज सुरक्षा परिषद में मतदान होगा. इससे दो दिन पहले मास्को ने कीव पर हमले पर एक प्रस्ताव को रोकने के लिए वीटो का इस्तेमाल किया था. विशेष सत्र आहूत करने पर मतदान के लिए 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद की बैठक आज होगी. 1950 से अब तक महासभा के ऐसे केवल 10 सत्र बुलाए गए हैं. मतदान प्रक्रिया के दौरान सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य- चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका अपनी वीटो शक्ति का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे.


बेलारुस में आज यूक्रेन-रूस के बीच होगी बातचीत


दोनों देशों के बीच चल रही जंग और अन्य यूरोपीय देशों द्वारा रूस पर लगाए गए प्रतिबंधो के बाद क्रेमलिन (Kremlin) रविवार को यूक्रेन के अधिकारियों से बातचीत करने के लिए तैयार हो गया था. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव (Dmitry Peskov) ने कहा कि रूस के सैन्य अधिकारी और राजनयिक बातचीत के लिए बेलारूस के गोमेल शहर (Gomel) पहुंच गया हैं.  जिसके बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति भी रूस (Russia) के साथ शांति वार्ता (Ukraine-Russia Talks) करने के लिए तैयार हो गए हैं. 


यूक्रेन के कई शहरों पर कब्जे की जंग जारी


यूक्रेन और रूस के बीच जंग जारी है. रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जा करने के लिए पूरा जोर लगा रहा है. उन्होंने कई शहरों पर अपना कब्जा कर लिया है. इसी बीच यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में भी दोनों देशों के बीच जंग देखने को मिला. रूसी सेना इस शहर में घुसने में कामयाब तो हो गई लेकिन यूक्रेन के सेना बल भी पीछे हटने को तैयार नहीं थे और उनके मंसूबों पर पानी फेरते हुए दोबार से शहर पर अपना कब्जा स्थापित करने में कामयाब हो गया.  


कीव में घुसी रुस की सेना, कीव के मेयर का दावा


दोनों देशों के बीच चल रही जंग ने भयावह रूप ले लिया है. अब ना रूस पीछे हटने को तैयार है ना यूक्रेन. रूस के तरफ से किए जा रहे हमले में कई नागरिकों और सैनिकों की जान जा चुकी है. लेकिन फिर भी युद्धविराम का नाम नहीं ले रहा है. इस बीच मास्को का अगला निशाना यूक्रेन (Ukraine) की राजधानी कीव (Kiev) है. मिली जानकारी के अनुसार रूसी सेना ने कीव को चारों तरफ से घेर लिया है, जिससे देश में स्थिति और ज्यादा तनावपूर्ण हो गई है. वहीं यूक्रेन की राजधानी के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने कीव पर हुए हमले के बाद कहा कि 'हमें रूसी सैनिकों ने चारो तरफ से घेर लिया है', लेकिन लड़ते रहेंगे.' मेयर ने पुष्टि की कि कीव में अब तक नौ नागरिक मारे गए हैं, जिनमें एक बच्चा भी शामिल है.


यूक्रेनी फौज की वर्दी में रूसी जवानों के कीव में घुसने का दावा


यूक्रेन का दावा है कि रूसी सेना यूक्रेनी सेना की वर्दी पहने राजधानी कीव की ओर जा रही हैं. उन्होंने कहा कि रूसी सैनिकों ने कई सैन्य वाहनों को जब्त कर लिया है और अब वो उसी वर्दी और वाहनों का इस्तेमाल कर कीव में घुसने का प्रयास कर रहे हैं. यूक्रेन के एक स्थानीय अखबार ने कहा, "रूसी सेना ने यूक्रेन के सशस्त्र बलों के दो वाहनों को जब्त कर लिया. उन्होंने यूक्रेनी सेना की वर्दी पहनी हुई है और अब वे कीव के केंद्र में जा रहे हैं. उनके पीछे रूसी सैन्य ट्रकों की कतार है."


अब तक यूक्रेन के 14 बच्चों समेत 352 नागरिकों की मौत 


यूक्रेन ने दावा किया है कि अबतक रूस के हमले में अबतक  116 बच्चों समेत 1684 लोग घायल हुए हैं. हालांकि मंत्रालय की ओर से नहीं बताया गया कि अबतक कितने सैनिक मारे गए हैं. वहीं दूसरी तरफ रूस का कहना है कि उन्होंने केवल सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है. उन्होंने कहा किउनके हमले से किसी भी आम नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचा है. 


फ्रांस, अमेरिका ने अपने नागरिकों को रूस छोड़ने को कहा



रूस का यूक्रेन पर हमला करने के कारण कई देश रूस से खिलाफ हो गए हैं. यूरोप के कई देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगाया है. इस बीच कल फ्रांस और अमेरिका ने रूस में रह रहे अपने नागरिकों से अपील की है कि वो जल्द से जल्द वह देश छोड़ दें. दरअसल, यूरोपीय संघ ने रूस पर कुछ और नए प्रतिबंध लगाते हुए अपने हवाई क्षेत्र को रूसी विमानों के लिए प्रतिबंधित कर दिया है.


EU का यूक्रेन को हथियार और लड़ाकू विमान देने का फैसला


जंग में यूरोप पूरी तरह तबाह हो रहा है जिसे देखते हुए EU ने यूक्रेन को लड़ाकी हथियार देने का फैसला किया है.  यूरोपीय संघ के उच्च प्रतिनिधि जोसेप बोरेल के संदर्भ में फेसबुक पर सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक कम्युनिकेशन एंड इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी द्वारा घोषणा करते हुए कहा कि वह यूक्रेन को 50 करोड़ यूरो के लड़ाकू विमान और हथियार देंगे


30 देशों से यूक्रेन को हथियारों की मदद


रूस यूक्रेन में चल रही जंग के बीच  कई देश अब यूक्रेन के सपोर्ट में आ गए हैं. अमेरिका ने रूस से लड़ने के लिए 600 मिलियन डॉलर की सुरक्षा सहायता देने का एलान किया है. तो वहीं फ्रांस भी यूक्रेन को हथियार देगा. वहीं मदद के लिए सबसे आगे आने वाले देश स्वीडन यूक्रेन को सैन्य, तकनीकी और मानवीय सहायता प्रदान कर रहा है. इन देशों के अलावा ब्रिटेन ने ‘लॉजिस्टिक्स ऑपरेशन’ में मदद की पेशकश की है तो वहीं नीदरलैंड, पोलैंड और लिथुआनिया ने भी मदद की पेशकश की है.


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