Russia-Ukraine War: यूक्रेन पर रूसी हमले का आज रविवार को 53 वां दिन है. लड़ाई अभी भी जारी है. इस बीच, रूसी रक्षा मंत्रालय का कहना है कि यूक्रेन में इस वक्त 63 देशों के 6824 विदेशी लड़ाके (भाड़े के सैनिक) हैं. इनमें से सबसे ज्यादा पौलेंड के 1717 और अमेरिका, कनाडा, रोमानिया के 1500 हैं.
रूसी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, यूक्रेन में इस वक्त इंग्लैंड और जार्जिया के 300-300 लड़ाके हैं. रूस की सेना की मानें तो अब तक 1035 विदेशी लड़ाकों को मार गिराया गया है और 912 यूक्रेन छोड़कर भाग चुके हैं. शनिवार को मारियुपोल की एक मस्जिद में छिपे हुए 29 विदेशी लड़ाकों को मारा गया.
भारी हथियार उपलब्ध कराने की अपील की
बता दें कि रूसी हमले में यूक्रेन के कई शहर बर्बाद हो चुके हैं. कई शहरों में हालात बेहद ही खराब हैं. रूसी हमले से मारियुपोल लहूलुहान हो गया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने शनिवार को बताया कि मारियुपोल में स्थिति अमानवीय है. जेलेंस्की ने एक बार फिर अपने सहयोगी देशों से शहर को रूसी सेना से बचाने के लिए भारी हथियार उपलब्ध कराने की अपील की. उन्होंने अन्य देशों के नेताओं से जितनी जल्दी हो सके हथियार उपलब्ध कराने या शांति की दिशा में रूस को आगे की बातचीत के लिए मजबूर करने के लिए हस्तक्षेप करने पर जोर दिया.
रूसी सैनिकों ने हमले के शुरुआती दिनों से ही मारियुपोल में नाकाबंदी बनाए रखी है. शहर पर नियंत्रण को लेकर लड़ाई में फंसे नागरिक भूख और प्यास से तड़प रहे हैं. नागरिकों को इस युद्ध की भारी कीमत चुकानी पड़ रही है. ज़ेलेंस्की ने यह भी घोषणा की है कि गोलाबारी से नष्ट हुए क्षेत्रों में आवास के पुनर्निर्माण के लिए एक बड़े पैमाने पर परियोजना चलाई जा रही है. यह घोषणा तब हुई जब रूसी सेना ने यूक्रेनियन और उनके पश्चिमी समर्थकों को जवाब देते हुए शनिवार को कीव और उससे सटे इलाकों में हमलों को तेज कर दिया.
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