यूक्रेन पर आक्रमण के बाद रूस पर अमेरिका समेत दुनिया के तमाम देश सख्त प्रतिबंध लगा रहे हैं. इससे रूस बौखला गया है और उसने भी इन देशों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है. रूस के उप-विदेश मंत्री रयाबकोव का दावा है कि अमेरिका और पश्चिमी देशों के खिलाफ रूस की प्रतिबंध सूची तैयार है. रयाबकोव ने कहा, "जैसा कि हमने अतीत से सबक लिया है. रूस को प्रतिबंधों से नहीं, बल्कि तथाकथित प्रति-प्रतिबंधों से अधिक नुकसान होता है."
अमेरिका और यूरोप के अधिकतर देशों ने रूस के साथ तमाम प्रोजेक्ट को बंद करने का फैसला किया है. इसके अलावा कई वैश्विक कंपनियों ने रूस में अपना बिजनेस बंद करने का एलान कर रूस को बड़ा झटका दिया है. इन प्रतिबंधों से रूस की अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर पड़ने की आशंका है. इन प्रतिबंधों का जवाब देने के लिए रूस ने भी अपनी तैयारी कर ली है. हालांकि रूस और यूक्रेन के युद्ध का असर दुनियाभर की अर्थव्यवस्था पर भी देखने को मिल रहा है.
रूस और यूक्रेन के बीच भीषण जंग जारी है. शनिवार को युद्ध के 17वें दिन भी रूसी सैनिक यूक्रेन के अलग-अलग शहरों को निशाना बना रहे हैं. रूस की सेना तेजी से देश की राजधानी कीव की तरफ बढ़ रही है. स्कूल और अस्पतालों को निशाना बनाया जा रहा है. मारियुपोल में रूसी सैनिकों की ओर से किए गए अस्पताल पर हमले में तीन लोगों की जान चली गई है. कई शहरों में लोग बमबारी के बाद मलबे में दब गए हैं. जंग के बीच भारी संख्या में लोग वहां से पलायन कर रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक अब तक यूक्रेन से करीब 25 लाख लोग पलायन कर चुके हैं.
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