पिछले 11 दिनों से जारी युद्ध के बीच एक रूसी अफसर ने यूक्रेन को लेकर बड़ा दावा किया है. उसके मुताबिक परमाणु विस्फोटक उपकरण के निर्माण के साथ-साथ यूक्रेन परमाणु हथियारों की आपूर्ति के संभावित साधनों में सक्रिय रूप से बनाने में लगा हुआ था. अफसर ने रूसी मीडिया से कहा, "देश में मौजूदा आधुनिकीकरण और नई मिसाइलें बनाने का काम चल रहा था, जिनका इस्तेमाल परमाणु हथियार पहुंचाने के साधन के रूप में किया जा सकता है." आरटी न्यूज के हवाले से उन्होंने जोर देकर कहा कि एक ही समय में कीव अन्य देशों के साथ संयुक्त परियोजनाओं पर काम कर रहा था. 


दिसंबर 2013 में यूक्रेन और तुर्की मिसाइल क्षेत्र में सहयोग करने के लिए सहमत हुए थे. अधिकारी ने कहा, "इसमें मुख्य भूमिका यूक्रेनी रॉकेट और अंतरिक्ष उद्यमों युजमाशजावोड और युज्नोय डिजाइन ब्यूरो द्वारा निभाई जानी थी, जिन्होंने पहले सोवियत परमाणु मिसाइल शस्त्रागार के निर्माण में भाग लिया था." इस तरह के सहयोग का मुख्य लक्ष्य एक मोबाइल कॉम्प्लेक्स का निर्माण है जो एक ठोस बैलिस्टिक मिसाइल से लैस होगा, जिसकी रेंज 1,500 किमी तक होगी. 


युद्ध की वजह से 15 लाख यूक्रेनी बने शरणार्थी  


रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध की वजह से अब तक यूक्रेन के करीब 15 लाख लोग दूसरे देशों में शरण ले चुके हैं. यह आंकड़े संयुक्त राष्ट्र की तरफ से जारी किए गए हैं. पिछले 10 दिनों में बड़ी संख्या में लोगों ने अपना आशियाना छोड़ दिया है और पड़ोसी देशों में शरण ले रहे हैं. यूक्रेन के सबसे ज्यादा शरणार्थी पोलैंड और मोल्दोवा  में पहुंचने का अनुमान जताया जा रहा है. मोल्दोवा के राष्ट्रपति के मुताबिक अब तक उनके देश में यूक्रेन के 2.50 लाख शरणार्थी सीमा पार करके पहुंच चुके हैं. 


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