Nuclear Weapons in Belarus: सालभर से ज्‍यादा समय से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने अब एक बड़ा ऐलान किया है. पुतिन ने कहा है कि वो बेलारूस में टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपन (Nuclear Weapons) तैनात करेंगे. उन्‍होंने कहा कि मेरा ये फैसला न्यूक्लियर ट्रीटी का उल्लंघन नहीं करता है. यूएस (America) ने कई देशों में अपने न्यूक्लियर वेपन तैनात कर रखे हैं, अब रूस भी ऐसा करेगा.


रूसी राष्ट्रपति ने पश्चिमी देशों के साथ बढ़ते तनाव के बीच यूक्रेन को हथियार सप्लाई करने को लेकर NATO को वॉर्निंग भी दी. व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि जो यूक्रेन को हथियार देंगे, उन्‍हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी.




उधर, पुतिन के फैसले पर अमेरिका की प्रतिक्रिया आई है. अमेरिका की ओर से कहा गया है कि वे भले ही न्यूक्लियर वेपन की धमकी दें, लेकिन फिलहाल इसके कोई संकेत नहीं हैं कि रूस न्यूक्लियर वेपन का इस्तेमाल करेगा. अमेरिका के एक सीनियर अधिकारी ने कहा- हमें न्यूक्लियर वेपन से जुड़ी अपनी स्‍ट्रेट्जी को बदलने का कोई कारण नहीं दिख रहा है.


1990 के बाद पहली बार दूसरे देश में तैनाती
बता दें कि यह 1990 के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है जब रूस किसी और देश में अपने न्यूक्लियर वेपन तैनात करेगा. बेलारूस के तानाशाह अलेक्जेंडर लुकाशेंको, पुतिन के करीबी माने जाते हैं. अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने कहा है कि उन्होंने रूसी S-400 एयर डिफेंस सिस्टम और इस्कंदर मिसाइल सिस्टम को इंस्‍टॉल कर लिया है. जिन्‍हें रूस ने करीब 6 महीने पहले भिजवाया था.


क्षेत्र में फिलहाल रूस को बेलारूस का ही साथ
रूस दुनिया का सबसे बड़ा देश है और बेलारूस एक छोटा यूरोपीय देश है. ग्‍लोबल एक्‍सपर्ट्स का कहना है कि यूरोप में फिलहाल बेलारूस ही वो देश है, जिसके रूस से घनिष्‍ठ संबंध हैं. 


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