यूक्रेन और रूस के बीच पिछले 20 दिनों से युद्ध चल रहा है. रूस के आक्रमण की दुनिया भर में निंदा हो रही है और यूक्रेन के समर्थन में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. यहां तक कि रूस में भी लोग इस युद्ध के खिलाफ हैं और सरकार से युद्ध रोकने की मांग कर रहे हैं. इसी बीच सोमवार को रूसी स्टेट मीडिया की एक टीवी एडिटर ने लाइव शो के दौरान स्टूडियो में जाकर एक पोस्टर दिखाया, जिसमें युद्ध रोकने और व्लादीमीर पुतिन सरकार की आलोचना जैसी बातें लिखी हुई थीं. 


जैसे ही यह एडिटर लाइव शो के दौरान स्टूडियो में पहुंची, वैसे ही आनन-फानन में टीवी पर एक हॉस्पिटल की फुटेज दिखाई जाने लगी और उसे हिरासत में ले लिया गया. एडिटर की पहचान मरीना ओव्स्यानिकोवा के रूप में हुई और वह चैनल वन में काम कर रही है. हालांकि महिला ने ऐसा करने से पहले एक वीडियो मैसेज रिकॉर्ड किया और कहा कि यूक्रेन में जो हो रहा है वह एक अपराध है. एक मानवाधिकार समूह ने दावा किया है कि उस एडिटर को रूसी पुलिस ने कई घंटे तक हिरासत में रखा. महिला ने पुतिन सरकार की जमकर निंदा की और कहा कि "दुर्भाग्य से मैं हाल के वर्षों में चैनल वन में काम कर रही हूं और सरकार का प्रचार कर रही हूं. अब मैं बहुत शर्मिंदा हूं. मुझे शर्म आती है कि मैंने टीवी स्क्रीन पर झूठ बोलने की अनुमति दी और लोगों से झूठ बोला. इस पागलपन को रोकना केवल हमारे बस में है. सड़कों पर उतरो. डरो नहीं. वे हम सभी को जेल नहीं कर सकते."






इससे पहले रूसी सरकार ने देश में तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और न्यूज़ प्लेटफॉर्म को बंद कर दिया. इसके अलावा युद्ध से संबंधित फर्जी खबरें फैलाने पर सख्त कार्रवाई का कानून भी पारित किया है. एक मानवाधिकार ग्रुप ओवीडी-इन्फो के अनुसार रूस में युद्ध का विरोध करने वाले हजारों लोगों को अब तक  गिरफ्तार किया गया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने टेलीग्राम पर पोस्ट किए गए अपने वीडियो में 'चैनल वन' स्टूडियो में प्रवेश करने वाली महिला को व्यक्तिगत रूप से धन्यवाद दिया. 


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