(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
यूक्रेन का सूमी क्षेत्र रूसी सैनिकों के कब्जे से हुआ मुक्त, सूमी ओब्लास्ट के गवर्नर ने दावा करते हुए दी ये सलाह
सूमी ओब्लास्ट के गवर्नर ने फेसबुक पोस्ट में जानकारी देते हुए कहा है कि यूक्रेन का सूमी क्षेत्र रूसी सैनिकों के कब्जे से मुक्त हो गया है और यूक्रेन के सैनिक फिर से यहां कब्जा जमा चुके हैं.
रूस और यूक्रेन के बीच 44वें दिन भी जंग जारी है. रूसी हमले में यूक्रेन के कई शहर तबाह हो चुके हैं. इस बीच यूक्रेनी मीडिया ने दावा करते हुए कहा है कि यूक्रेन का सूमी इलाका पूरी तरह से रूसी सैनिकों के कब्जे से मुक्त हो गया. सूमी ओब्लास्ट के गवर्नर ने फेसबुक पोस्ट में जानकारी देते हुए कहा है कि यूक्रेन का सूमी क्षेत्र रूसी सैनिकों के कब्जे से मुक्त हो गया है और यूक्रेन के सैनिक फिर से यहां कब्जा जमा चुके हैं. हालांकि इस बीच कहीं-कहीं धमाकों की आवाज अभी भी आ रही है. धमाकों की आवाज को लेकर सूमी ओब्लास्ट के गवर्नर दिमित्रो जिवित्स्की (Dmytro Zhyvytsky) ने सफाई देते हुए कहा है कि बचाव दल के कार्यकर्ता रूसी सैनिकों द्वारा छोड़े गए गोला-बारूद डिस्पोज कर रहे हैं.
सूमी क्षेत्र रूसी सैनिकों के कब्जे से हुआ मुक्त
सूमी ओब्लास्ट के गवर्नर ने दावा किया है कि रूसी सैनिक सूमी क्षेत्र को छोड़कर जा चुके हैं और वहां अब यूक्रेन की सेना कब्जा जमा चुकी है. हालांकि गवर्नर ज़ीवित्स्की ने जोर देकर कहा कि यह क्षेत्र अभी भी सुरक्षित नहीं है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि ड्राइवरों को सड़कों के किनारे या जंगलों के पीछे की सड़कों पर अभी गाड़ी नहीं चलानी चाहिए. रूसी सैनिकों ने कोनोटोप जिले को आखिरी बार छोड़ दिया है. वहां अब नुकसान का आकलन किया जा रहा है. जरूरी मरम्मत कार्य किए जा रहे हैं.
यूक्रेन के कई शहर हो चुके हैं तबाह
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सूमी क्षेत्र के आबादी वाले इलाकों में संचार बहाल किया जा रहा है. रूसी सैनिकों ने इस इलाकों में भीषण तबाही मचाई है. भारी गोलाबारी की वजह से यहां के लोग काफी प्रभावित हुए हैं. बता दें कि 24 फरवरी से ही रूसी सैनिकों का यूक्रेन के अलग-अलग शहरों में हमला जारी है. कई शहरों में तबाही का आलम है. बोरोड्यांका शहर के हालात बहुत ही खराब बताए जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि यहां बूचा से बदतर हालात हैं. गौरतलब है कि यूक्रेन ने रूसी सेना का मुकाबला करने के लिए नाटो देशों से तत्काल हथियार मुहैया कराने की मांग की है.
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