Sinking of Russian Warship Moskva: राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने रूस के मिसाइल से लैस पोत मोस्कवा के डूबने में अमेरिकी खुफिया तंत्र की भूमिका को खारिज करते हुए इस घटना से अपने आप को दूर रखा है. मोस्कवा का डूबना यूक्रेन पर हमले के बाद रूस को बड़ा झटका देने वाली प्रमुख घटनाओं में से एक है. इससे एक दिन पहले एक अमेरिकी अधिकारी ने पुष्टि की थी कि अमेरिका ने यूक्रेन को जहाज की लोकेशन की जानकारी दी थी. वहीं, व्हाइट हाउस और पेंटागन ने पिछले महीने हुए हमले में अपनी सीमित भूमिका बतायी और शुक्रवार को कहा कि यूक्रेनी सेना ने खुद अपने फैसले लिए. यह कवायद दिखाती है कि राष्ट्रपति बाइडन यूक्रेन का समर्थन करने के साथ ही अमेरिका और रूस के बीच किसी सीधे टकराव से बचना भी चाहते हैं.
'यूक्रेन के पास खुद की खुफिया क्षमताएं हैं'
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता जेन साकी ने कहा, ‘‘हमें पहले यह जानकारी नहीं थी कि यूक्रेन जहाज को निशाना बनाना चाहता है. यूक्रेन के पास रूस के नौसैन्य जहाजों की निगरानी करने और उन्हें निशाना बनाने की अपनी खुद की खुफिया क्षमताएं हैं, जैसा कि उन्होंने इस मामले में किया.’’
अमेरिकी प्रशासन ने यूक्रेन को 3.4 अरब डॉलर से अधिक की मदद मुहैया करायी है और उसकी सेना यूक्रेनी सैनिकों को होवित्जर तोप, ड्रोन और युद्ध में अन्य सामान के इस्तेमाल का प्रशिक्षण दे रही है. व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को पूर्वी यूरोपीय देश को 15 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त सैन्य सहायता देने की भी घोषणा की.
मोस्कवा पर अमेरिका द्वारा खुफिया सूचना मुहैया कराए जाने की खबरों पर पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि यूक्रेन को अमेरिका से ‘‘प्रासंगिक और समय पर’’ खुफिया सूचनाएं मिलती हैं लेकिन उसे अन्य देशों से भी सहायता मिलती है और वह खुद यह निर्णय लेता है कि इसका इस्तेमाल कैसे किया जाए. पेंटागन के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका को पहले से जहाज पर हमले की जानकारी नहीं थी.
अमेरिकी अधिकारी ने किया था यह दावा
अमेरिका के एक अधिकारी ने गुरुवार को नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया था कि यूक्रेन ने अपनी जहाज रोधी मिसाइलों का इस्तेमाल कर अकेले ही मोस्कवा को निशाना बनाने का फैसला किया. लेकिन समुद्र से यूक्रेन पर रूस के कई हमलों को देखते हुए अमेरिका ने ‘‘कई खुफिया सूचनाएं’’ मुहैया करायी थीं, जिसमें हमला करने वाले जहाजों की लोकेशन भी शामिल थी.
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