Russia Ukraine Conflict: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को एक महीने से ज्यादा का समय हो चुका है. दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत के बाद भी कोई हल नहीं निकला है. इस बीच तुर्की ने दोनों देशों के बीच बातचीत कराने की कोशिश की है. इसी के तहत 28 से 30 मार्च के बीच दोनों देशों के बीच बैठक होनी है. सोमवार को हुई बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला. अब आज एक बार फिर दोनों देश आमने-सामने बैठकर बात करेंगे. वहीं, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने मंगलवार को इस्तांबुल में वार्ता की मेजबानी करते हुए रूसी और यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडलों से इस त्रासदी को समाप्त करने का आग्रह किया.
युद्ध समाप्त करना पहली कोशिश
इस्तांबुल में डोलमाबास महल में आमने-सामने की बातचीत का उद्देश्य मौजूदा युद्ध को समाप्त करने की कोशिश करना है. इस युद्ध में अब तक करीब 20,000 लोग मारे जा चुके हैं और 10 मिलियन से अधिक लोग बेघर हो चुके हैं. सोमवार को दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल तुर्की पहुंचे थे. इससे पहले दोनों देशों के बीच में कई दौर की बातचीत हो चुकी है.
दोनों के लिए नुकसानदायक है संघर्ष
एर्दोगन ने मीडिया से कहा कि, ‘दोनों पक्षों की वैध चिंताएं हैं, लेकिन दोनों चाहें इस समस्या का वह समाधान निकालना संभव है, जो अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्वीकार्य हो’. उन्होंने जोर देकर कहा कहा कि, ‘इस त्रासदी को खत्म करना दोनों पक्षों पर निर्भर करता है. संघर्ष का विस्तार किसी के भी हित में नहीं है.’ बता दें कि तुर्की ने 10 मार्च को दक्षिणी तुर्की शहर अंताल्या में यूक्रेन के आक्रमण के बाद से यूक्रेनी और रूसी विदेश मंत्रियों के बीच भी पहली बैठक कराई थी.
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