यूक्रेन और रूस के बीच लड़ाई का आज तीसरा दिन है. यूक्रेन के मुताबिक अब तक इस युद्ध में 150 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 300 लोग घायल हैं. इस युद्ध की आंच पूरे विश्व में महसूस की जा रही है.आज दिल्ली के वसंत कुंज स्थित यूक्रेन की एंबेसी में युद्ध में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई है. भारत में यूक्रेन के राजदूत डॉ इगोर पोलिखा ने घुटनों के बल बैठकर यूक्रेन में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी. 


यूक्रेन के राजदूत ने शहीदों को याद किया


डॉ पोलीखा के साथ उनके साथी भी थे जिन्होंने शहीदों की याद में मोमबत्तियां जलाईं और युद्ध में शहीद हुए लोगों को याद किया. एंबेसी के अधिकारियों ने रूस के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया. अधिकारियों ने एंबेसी के बाहर पोस्टर भी लगाया है जिसमें लिखा है कि STOP RUSSIAN AGGRESION यानी रूस यूक्रेन पर हमला करना बंद करे.


आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही डॉ इगोर पोलिखा ने प्रधानमंत्री मोदी से अपील भी की थी. उन्होंने कहा था, प्रधानमंत्री मोदी दुनिया के सबसे शक्तिशाली और सम्‍मानित नेता हैं और उनके रूस के साथ सामरिक रिश्‍ते हैं.' उन्होंने कहा कि यदि प्रधानमंत्री मोदी पुतिन से बात करते हैं तो उनको उम्‍मीद है कि वे जवाब देंगे.


रूस के हमले के विरोध में संयुक्त राष्ट्र में लाया गया प्रस्ताव


वहीं रूस के हमले के जवाब में आज संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में हमले को रोकने का प्रस्ताव लाया गया था. हालांकि रूस ने इस प्रस्ताव को वीटो कर दिया. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शुक्रवार को इस प्रस्ताव के पक्ष में 11 और विपक्ष में एक मत पड़ा. चीन, भारत और संयुक्त अरब अमीरात मतदान से दूर रहे.


वहीं संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने अपने रूसी समकक्ष से कहा, ‘‘आप इस प्रस्ताव पर वीटो कर सकते हैं लेकिन आप हमारी आवाज पर वीटो नहीं कर सकते. आप सच पर वीटो नहीं कर सकते. आप सिद्धांतों पर वीटो नहीं कर सकते. आप यूक्रेन की आवाम पर वीटो नहीं कर सकते. ’’


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