Biological Weapon : क्या यूक्रेन मच्छरों से बना रहा था जैविक हथियार, रूसी जनरल की गई जान, अब हो रही चर्चा
BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च 2022 में किरिलोव ने दावा किया था कि अमेरिका यूक्रेन में जैविक हथियार बनाने को लेकर लैब को डेबलप कर रहा है. कुछ लैबों को रूसी सेना ने अपने कब्जे में भी ले लिया था.
Russia-Ukraine War : रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध आज भी जारी है. दोनों देशों के बीच जारी युद्ध मंगलवार (18 दिसंबर) को एक बेहद घातक मोड़ पर पहुंच गई. यूक्रेन ने दावा किया कि उसने रूस के केमिकल-रेडिएशन और बायोलॉजिकल ट्रूप्स की चीफ इगोर किरिलोव को मार गिराया है. यूक्रेन ने ये हमला तब किया जब किरिलोव एक बिल्डिंग के अंदर प्रवेश कर रहे थे. यूक्रेन की खुफिया एजेंसी ने उस जगह स्कूटर में 300 किलो विस्फोटक रखकर उन्हें उड़ा दिया.
उल्लेखनीय है कि इगोर किरिलोव ही रूस के वह व्यक्ति थे, जिन्होंने यह जानकारी दी थी कि यूक्रेन मच्छरों के जरिए बायोलॉजिकल हथियार का निर्माण कर रहा है, जो कि बेहद खतरनाक होगा. इस बायोलॉजिकल हथियार को लेकर रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन भी टेंशन में थे. वे किसी भी तरह से यूक्रेन के हाथों में ऐसी ताकत नहीं आने देना चाहते थे.
किरिलोव ने यूक्रेन को लेकर किया था दावा
BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2022 के मार्च महीने में किरिलोव ने यूक्रेन को दावा किया था कि अमेरिका यूक्रेन में जैविक हथियार बनाने को लेकर लैब को डेबलप कर रहा है. कुछ लैबों को रूसी सेना ने अपने कब्जे में भी ले लिया था. इसके बाद किरिलोव ने दावा किया था कि यूक्रेन एक डर्टी बम बनाने में लगा है, जिसकी जिम्मेदारी दो टीम को सौंपी गई है.
हालांकि, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने किरिलोव के इस दावे को खारिज करते हुए कहा, “अगर रूस इस तरह की बातें कर रहा है, तो इसका मतलब है कि पुतिन खुद ऐसे हथियार का निर्माण कर रहे हैं.”
सबूतों के साथ सामने आ गए किरिलोव
यूक्रेन के खिलाफ दावा करने के कुछ दिन बाद ही पिछली गर्मियों में किरिलोव सबूतों के साथ सामने आए. उन्होंने कहा, यूक्रेन के अवदिवका शहर के पास लैब बनाई गई है, जहां केमिकल हथियार बनाए जा रहे थे. हालांकि अब वो लैब रूस के कब्जे में हैं. बताया गया कि इसमें केमिकल वॉर एजेंट BZ के साथ हाइड्रोसायनिक एसिड और सायनोजेन क्लोराइड का इस्तेमाल किया जा रहा था. किरिलोव ने दावा किया था कि यूक्रेन का प्लान मलेरिया से संक्रमित मच्छरों से रूसी सैनिकों को निशाना बनाने का है.
किरिलोव ने दावा किया था कि मलेरिया से संक्रमित मच्छरों को खतरनाक दवाइयां दी जाएंगी, जो किसी के शरीर से चिपकते ही उन्हें बीमार कर देगी और जिसके बाद उस व्यक्ति की धीरे-धीरे उनकी मौत हो जाएगी.