Russia Ukraine War: यूक्रेन (Ukraine) ने दावा किया कि शनिवार को पड़ोसी देश बेलारूस (Belarus) से "भारी बमबारी" गई. यूक्रेन की उत्तरी सैन्य कमान (Ukraine's Northern Military Command) ने एक बयान में कहा कि उत्तरी चेर्निगिव क्षेत्र (Northern Chernigov Region) के देसना गांव को बीस रॉकेटों ने निशाना बनाया. बयान में कहा गया कि बुनियादी ढांचे (Infrastructure) को नुकसान पहुंचा है, लेकिन अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. यूक्रेन पर 24 फरवरी के रूसी हमले के बाद से मॉस्को (Moscow) के पुरानी सहयोगी बेलारूस ने मॉस्को को लॉजिस्टिक सपोर्ट प्रदान की है, विशेष रूप से पहले कुछ हफ्तों में, हालांकि आधिकारिक तौर पर बेलारूस संघर्ष में शामिल नहीं है.


यूक्रेन की खुफिया सेवा ने कहा, "आज की स्ट्राइक बेलारूस को यूक्रेन में युद्ध में सह-जुझारू के रूप में खींचने के क्रेमलिन के प्रयासों से सीधे जुड़ी हुई है." ये हमले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके बेलारूसी समकक्ष और करीबी सहयोगी अलेक्जेंडर लुकाशेंको के बीच शनिवार को सेंट पीटर्सबर्ग में होने वाली बैठक से पहले हुए हैं.


रूसी विदेश मंत्रालय ने की इस फैसले की निंदा 
इससे पहले शुक्रवार को रूस के विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन को यूरोपीय संघ के यूक्रेन को आधिकारिक यूरोपीय संघ के उम्मीदवार का दर्जा देने के ब्रसेल्स के फैसले की निंदा की. विदेश मंत्रालय ने इसे भू-राजनीतिक रूप से "रूस को नियंत्रित करने" का एक कदम करार दिया.


विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने एक बयान में कहा, "यह निर्णय इस बात की पुष्टि करता है कि रूस को नियंत्रित करने के लिए सीआईएस (कॉमनवेल्थ ऑफ इंडिपेंडेंट स्टेट्स) स्पेस का भू-राजनीतिक एकाधिकार सक्रिय रूप से जारी है."


जी-7 नेताओं के शिखर सम्मेलन में बोलेंगे जेलेंस्की 
इस बीच यूक्रेन के पश्चिमी सहयोगी (Ukraine's Western Allies) रविवार को जर्मनी ( Germany) में जी-7 नेताओं के शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे, जहां राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ( Volodymyr Zelensky) बोलने वाले हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) अगले सप्ताह मैड्रिड में जी7 और नाटो सैन्य गठबंधन के शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे.


यह भी पढ़ें: 


Bangladesh: बांग्लादेश के सबसे लंबे ‘पद्मा ब्रिज’ का पीएम शेख हसीना ने किया उद्घाटन, पुल के निर्माण से पीछे हट गया था विश्व बैंक


China Covid-19 Update: शंघाई शहर से आई अच्छी खबर, महीनों बाद कोरोना का एक भी मामला नहीं आया सामने