Russia Ukraine Conflict: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्द को 11 महीने पूरे होने वाले हैं, लेकिन अभी तक रूस यूक्रेन को जीत नहीं पाया है. वहीं, बीतते समय के साथ यूक्रेन लगातार मजबूती से खड़ा होता दिख रहा है और समय-समय पर रूसी सेना को बड़ा नुकसान पहुंचा रहा है. इस बीच यूक्रेन की तरफ से एक बड़ा दावा किया गया है. इस दावे ने रूसी सेना की नींद उड़ा दी है.


यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के सलाहकार मिखायलो पोडोलियाक ने बुधवार को कहा कि अगर पश्चिमी देश हथियारों की सप्लाई में बढ़ोतरी करते हैं, विशेष रूप से लंबी दूरी की मिसाइल प्रणाली तो यूक्रेन इस साल युद्ध जीत सकता है.


इस दलील के साथ मांग रहे मिसाइल


बुधवार को मीडिया से बातचीत में मिखायलो पोडोलियाक ने कहा, “केवल 100 किलोमीटर (60 मील) से अधिक की रेंज वाली मिसाइलें हमें अपने क्षेत्रों को फिर से रूसी सेना से छीनकर कब्जा करने में मदद करेंगी. अगर हमें लंबी दूरी की मिसाइलें मिल जाती हैं तो युद्ध शरद ऋतु तक समाप्त हो जाएगा और हमारी जीत होगी."


हथियार के डिपो को टारगेट करने का लक्ष्य


उन्होंने आगे कहा, लंबी दूरी की मिसाइलें यूक्रेन को रूसी सेना की ओर से नियंत्रित यूक्रेनी क्षेत्र के अंदर बनाए गए हथियार के डिपो को टारगेट करने की अनुमति देंगी. जो अभी संभव नहीं हो पा रहा है. 


पिछले साल मिली थी 80 किमी रेंज वाली मिसाइल  


संयुक्त राज्य अमेरिका ने पिछले साल यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइल दी थी. इसकी रेंज करीब 80 किलोमीटर है. इस मिसाइल से यूक्रेन ने रूस को काफी नुकसान पहुंचाया है. इसी तरह की मिसाइलें हाल ही में यूक्रेन ने फ्रांस से प्राप्त की हैं, लेकिन यूक्रेन लगातार वॉशिंगटन पर यूएस एटीएसीएमएस मिसाइल देने के लिए दबाव डाल रहा है. इस मिसाइल की रेंज करीब 300 किलोमीटर की है.


पूर्वी यूक्रेन से रूस को खदेड़ने की तैयारी 


पोडोलियाक ने कहा कि लंबी दूरी की मिसाइल यूक्रेनी सेना को पूर्वी यूक्रेन में "डोनबास सहित कब्जे वाले क्षेत्रों में सभी रूसी सैन्य बुनियादी ढांचे को नष्ट करने" और 2014 में मॉस्को की ओर से फिर से कब्जा किए गए काला सागर प्रायद्वीप क्रीमिया में अनुमति देंगी.


रूस पर नहीं करेंगे हमला, अपनी रक्षा के लिए जरूरी 


वरिष्ठ सलाहकार ने कहा, "हम रूस पर हमला नहीं करेंगे. हम विशेष रूप से एक रक्षात्मक युद्ध छेड़ रहे हैं." लेकिन बड़े पैमाने पर पश्चिमी भारी हथियारों की डिलीवरी के बिना, युद्ध के दशकों तक चलने की संभावना है.


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