Russia-Ukraine War: जिस प्लांट में हुआ था दुनिया का सबसे बड़ा परमाणु हादसा, उसे कब्जाने की कोशिश कर रहा रूस, यूक्रेनी राष्ट्रपति का दावा
Russia-Ukraine Conflict: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि रूसी बल चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं. इस संयंत्र में अप्रैल, 1986 में दुनिया की सबसे भीषण परमाणु दुर्घटना हुई थी.
रूस और यूक्रेन की जंग से दुनिया भर में खलबली मची हुई है. दोनों देश एक-दूसरे पर हमला बोल रहे हैं. इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि रूसी बल चेर्नोबिल एटॉमिक प्लांट पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं. इस प्लांट में अप्रैल, 1986 में दुनिया की सबसे भीषण परमाणु दुर्घटना हुई थी, जब एक परमाणु रिएक्टर में विस्फोट के बाद पूरे यूरोप में रेडियोएक्टिव रेडिएशन फैल गया था. यह संयंत्र कीव के उत्तर में 130 किलोमीटर की दूरी पर स्थित था.
जिस रिएक्टर में विस्फोट हुआ था, उसमें से रेडिएशन रिसाव रोकने के लिए उसे एक सुरक्षात्मक उपकरण से कवर किया गया है और पूरे प्लांट को डिएक्टिव कर दिया गया है. जेलेंस्की ने ट्वीट किया, 'हमारे बचावकर्ता अपनी जान दे रहे हैं, ताकि 1986 की त्रासदी फिर से नहीं हो.' उन्होंने कहा, 'यह पूरे यूरोप पर युद्ध की घोषणा है.'
यूक्रेन निवासियों को पिछले कई सप्ताह से चेतावनी दी जा रही थी कि रूस के साथ युद्ध होना है, लेकिन गुरुवार को जब हमला हुआ तो कई लोगों को यह समझ नहीं आ रहा था कि वे इस पर कैसे प्रतिक्रिया जताएं.
लोगों में फैला खौफ
रूस ने जब हमला किया तो लोगों में खौफ फैल गया. कई लोगों ने अपने डर की दास्तां तक सुनाई. यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकिव में मिसाइल के टुकड़े ने मिखाइल शचरबकोव के आवास की छत को भेद दिया. शचरबकोव ने कहा, 'मैंने शोर सुना और नींद खुल गई. मुझे एहसास हुआ कि यह तोप से दागे गए गोले की आवाज थी.' शचरबकोव तुरंत अपनी मां को जगाने के लिए गए और तभी पास में कुछ धमाका हुआ.
राजधानी कीव में नागरिक सुरक्षा सायरन बज रहे थे, लेकिन शहर की मुख्य सड़क ख्रेशत्यक पर चिंता और डर के साथ सामान्य स्थिति की मिलीजुली प्रतिक्रिया दिखी. कीव में सुबह में पेट्रोल पंप पर कारों की लंबी लाइन लग गई जबकि अन्य कारें शहर से दूर जाती दिखीं. कहां जाएं, किधर जाएं की अनिश्चितता के बीच कई लोगों ने अपने सामान के साथ सबवे में पनाह ली.
नागरिकों ने यूं बयां किया डर
खारकिव की एक निवासी शासा ने कहा, 'आज मेरे जीवन की सबसे खराब सुबह थी.' शोर सुनकर शासा अपने आवास की बालकनी में गईं तो पता चला कि यह पटाखे की आवाज नहीं थी.
यूक्रेन की पूर्वी सीमा से दूर कई शहरों में धुएं का गुबार उठता दिखा. कुछ लोग यह सब देखकर घबरा गए. कीव के एक निवासी ने कहा, 'मैं नहीं डरता. मैं काम पर जा रहा हूं. केवल असामान्य बात यह है कि आपको कीव में टैक्सी नहीं मिल सकती है.'
जिस होटल में 'एसोसिएटेड प्रेस' के कई पत्रकार रुके हुए थे वहां उन्हें 30 मिनट के भीतर खाली करने का आदेश दिया गया. बाहर, मेहमानों ने अपना सामान जल्दबाजी में कारों में लादा, जबकि कुछ राहगीर ने उनकी ओर हाथ हिलाया.
विस्फोट की आवाज से जागे लोग
शहर के बाहरी इलाके में कुछ लोग विस्फोट की आवाज से जाग गए थे, लेकिन कुछ अन्य को कोई आवाज नहीं सुनाई दी. अजोव सागर से लगे बंदरगाह शहर मारियुपोल में पत्रकारों ने संयम और भय के दृश्य देखे. लोग बस स्टॉप पर इंतजार कर रहे थे, ऐसा लग रहा था कि वे काम पर जाने के रास्ते में हैं, जबकि अन्य लोग अपनी कारों में शहर छोड़ने के लिए जल्दबाजी में थे.
दिन चढ़ने के साथ यूक्रेन के अन्य शहरों में भी सायरन बजने लगे. लोग किराना दुकानों और एटीएम पर पहुंचने लगे और जरूरी सामान संग्रहित करने की हड़बड़ी में दिखे. कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने शहर के 30 लाख लोगों से घर के अंदर रहने की अपील की. उन्होंने लोगों से दवा और पहचान दस्तावेजों जैसे जरूरी सामान के साथ अपने-अपने बैग भी तैयार रखने को कहा.
संकट बढ़ने के साथ राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की पिछले कई सप्ताह से लोगों से शांति बनाए रखने और नहीं घबराने की अपील कर रहे थे. जेलेंस्की ने कहा था कि अफरातफरी दिखाने से रूस को ही फायदा होगा जिसने यूक्रेन की सीमाओं पर 1,50,000 सैनिकों का जमावड़ा कर रखा था.
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने गुरुवार को जैसे ही देश में ‘मार्शल लॉ’ लगाने की घोषणा की, यूक्रेन के लोगों को लगा कि सब कुछ बदल सकता है. कीव की निवासी एलिजावेटा मेलनिक ने कहा, 'मैं डरी हुई हूं. मुझे नहीं पता कि किससे मदद मांगनी चाहिए. हमें विश्वास नहीं था कि यह स्थिति आएगी.'
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