Russia Ukraine Conflict: यूक्रेन पर रूस के हमले को 51 दिन बीत चुके हैं और युद्ध अब भी जारी है. यूक्रेनी सेना ने अभी तक कहीं भी घुटने नहीं टेके हैं. इन सबके पीछे बड़ी वजह अमेरिका है. सेना, हथियार और अन्य संसाधनों में रूस से बहुत पीछे मौजूद यूक्रेन आखिर कैसे इतने दिनों से रूसी सेना के सामने डटा हुआ है, यह हर किसी को हैरान कर रहा है. दरअसल, युद्ध शुरू होने के बाद बेशक अमेरिका ने यूक्रेन की सेना के रूस में मदद नहीं की, लेकिन अमेरिका हथियारों से लेकर पैसों तक की हर मदद पहुंचा रहा है. अमेरिका की मदद के बाद ही यूक्रेन इतना हमलावर हुआ है.
शिप को नष्ट करने का दावा
यूक्रेन रक्षा मंत्रालय के मुताबिक उसकी सेना ने ब्लैक सी में तैनात रूस के युद्ध पोत मॉस्कोवा को मिसाइल हमले से पूरी तरह नष्ट कर दिया है. हालांकि इसे लेकर वह कोई सबूत नहीं दे पाई है.
रूस ने यूक्रेनी दावों को नकारा
वहीं रूस ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है कि यूक्रेन ने मिसाइल हमले से उसके युद्धपोत को नष्ट किया है. रूस का कहना है कि क्रूज में बड़ी संख्या में बम, बारूद औऱ अन्य हथियार थे. अचानक बारूद में विस्फोट होने के बाद आग लगने से यह घटना हुई है. आग लगने के बाद धीरे-धीरे विमान को नुकसान पहुंचा और वह समुद्र में डूब गया.
यूक्रेन का ये है दावा
वहीं इस घटना को लेकर यूक्रेन के ऑपरेशनल कमांड साउथ ने गुरुवार को पहले दावा किया था कि यूक्रेनी नेप्च्यून एंटी-शिप मिसाइलों से टकराने के बाद रूस का युद्धपोत डूबने लगा है.
जेलेंस्की ने दी शुभकामना
वहीं यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने युद्ध के 50 दिन पूरे होने पर कहा कि युद्ध 50 दिन से चल रहा है. इसके लिए सभी यूक्रेनियनों को आभार. हमें इस उपलब्धि पर गर्व करना चाहिए.
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