Ukraine War: रूस का बड़ा दावा- मारे गए 600 से ज्यादा यूक्रेनी सैनिक, जेलेंस्की सरकार ने किया खारिज, जानें क्या कहा
Russia Ukraine Conflict: रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने अस्थायी रूप से आश्रय देने वाली इमारतों पर हमले में 600 से अधिक यूक्रेनी सेना के जवानों को मार डाला.
Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 10 महीने से ज्यादा वक्त से जंग जारी है. इस बीच यूक्रेन ने रूस के उस दावे को खारिज कर दिया है कि पुतिन की सेना ने 600 यूक्रेनी सैनिकों (Ukrainian Soldiers) को मार डाला है. यूक्रेन ने एक रूसी दावे को प्रॉपगैंडा (Propaganda) करार दिया है जिसमें उसने एक हमले में सैकड़ों यूक्रेनी सैनिकों को मार डालने का दावा किया था. 24 फरवरी 2022 से जारी युद्ध में यूक्रेन के कई इलाके तबाह हो चुके हैं. वहीं, रूसी सैनिकों को भी काफी नुकसान पहुंचा है.
रूस ने बिना कोई सबूत दिए दावा किया था कि पूर्वी शहर क्रामटोरस्क (Kramatorsk) में एक मिसाइल हमले (Missile Attack) में 600 से अधिक यूक्रेनी सेना (Ukrainian Army) मारे गए थे.
रूस के दावे को यूक्रेन ने किया खारिज
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेनी सेना का कहना है कि रूस का दावा बिल्कुल झूठ है. यूक्रेन की सेना के प्रवक्ता सेर्ही चेरेवती ने कहा, "यह रूसी प्रचार का एक और हिस्सा है." रूस का कहना था कि यूक्रेनी हमले के प्रतिशोध में नए साल के दिन दर्जनों रूसी सैनिक मारे गए थे लेकिन यूक्रेन की सेना ने इसे पूरी तरह से प्रॉपगैंडा करार दिया है.
रूस ने क्या किया था दावा
रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि उसने अस्थायी रूप से यूक्रेनी सैनिकों को आश्रय देने वाली इमारतों पर हमले में 600 से अधिक यूक्रेनी सेना के जवान को मार डाला था. मास्को ने कहा कि 1300 से अधिक यूक्रेनी सैनिकों को दो इमारतों में रखा गया था. इसने माकीवका में मारे गए 89 रूसी सैनिकों की मौत का बदला लेने के लिए इसे जवाबी हमला बताया.
रूस के दावे का सबूत नहीं
मॉस्को ने अभी तक क्रामटोरस्क में यूक्रेनी सैनिकों की मौतों के बारे में अपने दावे का कोई सबूत पेश नहीं किया है. यूक्रेन (Ukraine) में ये हमले दो स्कूल भवनों के पास हुए थे, जो रूस की ओर से दी गई जानकारी से मेल खाते हैं. मॉस्को का कहना है कि इन इमारतों में यूक्रेन के सैन्यकर्मी रहते थे. हालांकि, ऐसा कोई प्रमाण नहीं है जो यह दर्शाता हो कि ये दो इमारतें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई थीं या बड़े पैमाने पर मौतें हुई हैं.
ये भी पढ़ें: