यूक्रेन और रूस के युद्ध से दुनियाभर में हड़कंप मच गया है. यूक्रेन का लगभग हर शहर जंग की चपेट में है. रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर एक साथ हमला किया है. मिसाइलों से लेकर बम के धमाकों की आवाज सुनाई दे रही है. रूसी टैंक भी यूक्रेन में दाखिल हो चुके हैं. युद्ध के हालात में कई भारतीय भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं, जिसके मद्देनजर यूक्रेन में भारतीय राजदूत ने बयान जारी किया है.
पार्थ सत्पथी ने कहा, कीव में दूतावास खुला है और काम कर रहा है. हम इस कठिन परिस्थिति का समाधान खोजने के लिए मिशन मोड पर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा, हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं और एयर स्पेस भी बंद है. जो जहां है, वहीं रहे. मुश्किल हालातों का हल निकालने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं.
यूक्रेन में फंसे भारतीयों के मामले पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, केंद्र सरकार ने पहले ही एडवाइजरी जारी की है. केंद्र ने वहां पर हवाई जहाज भेजे हैं लेकिन जहां तक मेरी जानकारी है, अभी प्लेन वहां उतर नहीं पा रहा है. सरकार लगातार कोशिश कर रही है.स्थिति विषम है, इसमें कोई दो राय नहीं है. यूक्रेन-रूस के मसले पर राजनाथ सिंह ने कहा, भारत शांति चाहता है, बातचीत के द्वारा इसका हल निकाला जाना चाहिए. युद्ध की स्थिति नहीं पैदा होनी चाहिए.
दूसरी ओर, विदेश मंत्रालय यूक्रेन से छात्रों सहित लगभग 18,000 भारतीयों को वापस लाने के लिए कदम उठा रहा है. यूक्रेन में हवाई क्षेत्र बंद है इसलिए भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है. केंद्रीय गृहराज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने कहा, केंद्र सरकार सभी भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी.
उन्होंने कहा, मैंने यूक्रेन में मलयाली छात्रों से फोन पर बात की. यूक्रेन के दक्षिणी इलाकों में रहने वाले भारतीय छात्रों ने हमें बताया कि उन्हें खाना, पानी और बिजली मिल रही है. छात्र और अभिभावक घबराएं नहीं. सरकार इराक जैसी जगहों से भी भारतीयों को वापस लाई है.