Russia Ukraine War: अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन का बहु-चर्चित लड़ाकू विमान F-16 यूक्रेन और रूस के बीच छिड़े संघर्ष में उतारा जा सकता है. यूक्रेन ने रूस से मुकाबले के लिए पश्चिमी देशों से सैन्‍य मदद मांगी है, जिनसे उसे कई घातक और आधुनिक हथियार मिले हैं. अब यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि उनको F-16 लड़ाकू विमान भी मिलना चाहिए, जो कि उन्हें रूस के पूर्ण पैमाने पर आक्रमण से उबरने में मदद करेंगे.


पश्चिमी देशों से यूक्रेन ने मांगे F-16 


F-16 लड़ाकू विमानों की मांग पर कई एयर डिफेंस एक्‍सपर्ट्स का कहना है कि यूएस-निर्मित F-16 लड़ाकू जेट यूक्रेन को रूसी वायु सेना पर बढ़त प्रदान करेंगे, लेकिन केवल तभी जब उनसे घातक मिसाइलों को टारगेट की जानकारी के साथ जोड़ा जाए, ऐसी सुविधा पश्चिमी देशों को ही प्रदान करनी होगी. ऐसा होने पर युद्ध में यूक्रेनी वायुसेना को व्‍यापक बल मिलेगा. 


वहीं, हेलेनिक एयरोस्पेस इंडस्ट्री के एक एयरोस्पेस इंजीनियर कॉन्स्टेंटिनोस ज़िकिडिस ने कहा, "F-16 अचूक नहीं है, न ही गेम-चेंजर है. हां, बहुत से देशों की सेना इसे इस्‍तेमाल जरूर करती हैं."


बता दें कि कॉन्स्टेंटिनोस वो एयरोस्पेस इंजीनियर हैं, जिनके पास F-16 का व्यापक अनुभव है. उनका कहना है कि सुखोई-35 बड़ा और तेज़ है और इसमें रडार भी अधिक शक्तिशाली है. लेकिन यदि F-16 यूक्रेन को मिला तो वो रूसी सुखोई-35 से टक्‍कर ले सकता है, वो तब यदि पश्चिमी देशों की कुछ मिसाइलों को उसमें अटैच किया जाए और एयर रडार से ट्रैकिंग डेटा मिले.


F-16 में लगाई जा सकती हैं तरह-तरह की मिसाइलें 


कॉन्स्टेंटिनोस ज़िकिडिस ने कहा, 'अगर यूक्रेन को F-16 मिलते हैं, तो वे संभवतः पोलैंड से आएंगे, जिसने कहा है कि वह अपने युद्धक बेड़े का हिस्सा सौंपने के लिए तैयार है.' ज़िकिडिस बोले, ''इसमें AIM-9X सिडविंदर मिसाइल होते हैं, जो 10-20 किमी (6-12-मील) रेंज की शॉर्ट-रेंज इंफ्रारेड गाइडेड मिसाइल से लैस हैं, जिनका दूसरी विमान की रक्षा प्रणालियों द्वारा पता नहीं लगाया जा सकता है. इसके अलावा, उनके पास AIM-120 AMRAAM है, जो 100 किमी (62 मील) तक की बड़ी दूरी को कवर करता है... [और] इसे दागने वाले विमान का टारगेट अपडेट कर सकता है. ये दोनों मिसाइल नाटो की सबसे उन्नत मिसाइलों में से हैं.''


अमेरिका नहीं देना चाहता यूक्रेन को F-16


यूरोप में अधिकांश नाटो सदस्यों ने अपने एफ-16 को यूक्रेन भेजने की संभावना को खुला रखा है, हालांकि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सोमवार को कहा कि वे ऐसा नहीं करेंगे. 


'F-16 यूक्रेन को मिला तो पक्‍का फायदा होगा'


विंग कमांडर थानासिस पपनिकोलाउ, जिन्होंने F-16 विमानों के गठन की कमान संभाली है, इस बात से सहमत हैं कि, यदि F-16 यूक्रेन को मिलता है तो इससे उसे पक्‍का एडवांटेज मिलेगा. पपनिकोलाउ ने कहा, "रूसी पुरानी रणनीति अपना रहे हैं, जबकि पश्चिमी रणनीति नौसेना, जमीनी बलों, [एयरबोर्न] और नौसेना रडार खुफिया के संयोजन में विमानों का उपयोग करने के साथ तैयार हुई है..इस तरह पश्चिमी देश रूस पर भारी पड़ेंगे.


पपनिकोलाउ ने नाटो कम्‍यूनिकेशन टेक्‍नॉलॉजी का जिक्र करते हुए कहा, "एसयू-35 में काफी क्षमताएं हो सकती हैं, लेकिन अगर लिंक 16 से लैस है तो यह F-16 से पीछे है. F-16 युद्ध के मैदान पर हर प्रॉपर्टी की एक ही तस्वीर में लेने में सक्षम है."


क्रीमिया भी आ सकता है AWACS के दायरे में


डिफेंस एक्‍सपर्ट्स के मुताबिक, अगर नाटो के AWACS रडार रोमानियाई हवाई क्षेत्र की सीमा पर काम करते हैं, तो यह पूरे क्रीमिया को कवर कर सकते हैं. ऐसे में जिस क्रीमिया पर यूक्रेन फिर से कब्जा करना चाहता है, तो उसे इस तरह फायदा मिल सकता है. व्हाइट हाउस यूक्रेन की मदद करने पर विचार करने को तैयार है.


यूक्रेन को चाहिए नई तकनीक वाले युद्धक विमान


यूक्रेन के अधिकारियों का कहना है कि उनको F-16 के कुछ सबसे एडवांस वर्जन चाहिए. रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेजनिकोव के सलाहकार यूरी साक ने इस बारे में कहा, "अगर हम उन्हें प्राप्त करते हैं, तो युद्ध के मैदान पर फायदे बहुत होंगे... यह सिर्फ F-16 नहीं है. यह चौथी पीढ़ी के उन्‍नत विमान हैं, यही हम चाहते हैं,".


पोलैंड यूक्रेन को भेज सकता है F-16 


यूक्रेन से सटा यूरोप का देश पोलैंड, चौथी पीढ़ी के F-16 ब्लॉक 52+ विमानों का संचालन करता है, वहां के अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि अगर नाटो ने मंजूरी दी तो वह उन्हें यूक्रेन भेजने के लिए तैयार रहेगा. युद्ध की शुरुआत में, यूक्रेन की वायु सेना का नेतृत्व 50 मिग-29 लड़ाकू विमानों और 32 सुखोई-27 द्वारा किया गया था, लेकिन हाल ही में RUSI की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वे "ओवरमैच" थे. रिपोर्ट में कहा गया है, "रूसी विमान आम तौर पर देख सकते हैं और आगे मार कर सकते हैं, जबकि उनके जवाब में यूक्रेनी विमान हवा से हवा में मार करने वाले हथियारों से ही लैस थे.


शुरुआती दिनों में रूस से पिछड़ गए यूक्रेन के विमान


युद्ध के शुरुआती दिनों में मास्को के विमानों ने यूक्रेन को बड़ा नुकसान पहुंचाया. रूसी वायु सेना ने एयर डिफेंस के लिए लगाए गए यूक्रेनी रडार को जाम करना शुरू कर दिया और यूक्रेनी एंटी-एयर बैटरी को निशाना बनाया जाने लगा.


क्‍या F-16 से यूक्रेन को वाकई फायदा होगा?


विशेषज्ञों का कहना है कि रूसी हथियारों के खिलाफ, F-16 ब्लॉक 52+ भी गेमचेंजर नहीं हो सकता है, लेकिन यह हवाई हमले की क्षमताओं में यूक्रेन की ताकत बढ़ा सकता है. 


दुनिया में सबसे ज्‍यादा बनाए जाते हैं F-16 


F-16 दुनिया का सबसे अधिक उत्पादित फाइटर जेट है, जिसमें से कई को यूरोप में नाटो सदस्यों के F-35 के आने पर डिकमीशन किया जा रहा है. लॉकहीड मार्टिन, जो F-16 का उत्पादन करती है, ने एक बयान में कहा है यूक्रेन भेजे गए विमानों को बदलने के लिए वह उत्पादन बढ़ा सकती है.


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