Destruction of Kakhovka Dam: रूस से जंग के बीच यूक्रेन का सबसे बड़ा बांध टूटने से निचले इलाकों में बाढ़ आई हुई है. वो बांध दक्षिणी यूक्रेन (Ukraine) के रूसी कब्जे वाले खेरसॉन प्रांत में है, जिसे कखोव्का बांध (Kakhovka Hydroelectric Dam) कहा जाता है; उसके टूटने पर यूक्रेन ने रूस पर आरोप लगाए थे. हालांकि, रूस ने इससे साफ इनकार कर दिया. घटना के 10 दिन बाद अब यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस शमीहाल ने बांध टूटने की वजह बताई है.
न्यूज एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, कखोव्का बांध टूटने के सवाल पर यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस शमीहाल ने कहा कि दक्षिणी यूक्रेन में स्थित विशाल बांध का एक हिस्सा कंक्रीट की दीवार में दरार आने की वजह से टूटा. इसके बाद डेनिस बोले, 'बांध के क्षतिग्रस्त होने पर बाढ़ से 200 बस्तियों को नुकसान हुआ है और वहां 14 लाख लोग प्रभावित हुए हैं.' प्रधानमंत्री ने बताया कि बांध के टूटने से बड़ी मात्रा में पानी नीचे की ओर तेजी से बहा था, उसकी बाढ़ से ओलेस्की शहर में 9 लोगों की जान चली गई, जबकि हजारों लोगों को अपने घर-बाड़े छोड़कर दूसरे स्थानों पर जाना पड़ा.
6 जून को बांध की दीवार टूटते ही आई बाढ़
बता दें कि कखोव्का बांध इसी महीने की शुरुआत में टूटा था, 6 जून को बांध की दीवार टूटते ही निचले इलाके डूबने लगे थे. दो-तीन दिन बाद दक्षिणी खेरसॉन, माइकोलाइव क्षेत्रों और मध्य निप्रॉपेट्रोस क्षेत्रों में पानी ही पानी नजर आने लगा. दुनियाभर ने माना कि ये बांध रूस और यूक्रेन की जंग में टूटा, लेकिन अब कहा जा रहा है कि निर्माण में खामी की वजह से बांध टूटा था. बांध से हुए नुकसान और उससे निपटने को लेकर संयुक्त राष्ट्र (UN) ने बैठक बुलाई. जहां अंडरसेक्रेटरी-जनरल मार्टिन ग्रिफिथ्स ने कहा कि यूक्रेन में कखोव्का बांध के ढहने के कारण मानवीय स्थिति पहले की तुलना में "अत्यधिक बदतर" हो गई है. उन्होंने कहा, "वहां 700,000 लोगों के समक्ष पीने के पानी का संकट खड़ा हो गया है.
पीड़ितों के लिए 42 मिलियन डॉलर राशि का इंतजाम
वहीं, यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस शमीहाल का कहना है कि बाढ़ से 14 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. उन्होंने कहा कि 6 जून को कखोवका बांध में दरार आई थी, जिस वजह से लगभग 200 बस्तियां प्रभावित हुईं. जिनमें से 39 बस्तियां आपदा क्षेत्र में हैं, जबकि 3,700 से अधिक लोगों को बाढ़ वाले क्षेत्रों से बचाया गया है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने क्षतिग्रस्त और नष्ट संपत्ति के लिए मुआवजा प्रदान करने और बाढ़ पीड़ितों को एकमुश्त सहायता देने के लिए लगभग 42 मिलियन डॉलर आवंटित किए हैं.