यूक्रेन के पीएम ने प्रधानमंत्री मोदी से मांगी मदद, बोले- अर्थव्यवस्था उबारने में सहयोग करें
India-Ukraine Relations: रूस-यूक्रेन के बीच फरवरी 2022 से युद्ध चल रहा है. युद्ध के चलते अब यूक्रेन बड़ी आर्थिक गिरावट का सामना कर रहा है, जिससे उबरने के लिए उसने भारत से मदद की गुहार लगाई है.
यूक्रेनी प्रधानमंत्री डेनिस ने इंडिया टुडे टीवी को दिए इंटरव्यू में भारत से आग्रह किया है कि वो पहले की तरह से छात्रों को यहां वापस भेजकर और व्यापार को बहाल करने की दिशा में कदम उठाकर देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में सहायता करें.
अर्थव्यवस्था की बहाली के लिए पीएम मोदी से किया आग्रह
डेनिस शमीहाल ने भारत को यूक्रेन का सबसे बड़ा आर्थिक साझेदार बताया है. उन्होंने देश (यूक्रेन) की मदद करने और मानवीय सहायता मुहैया कराने के लिए भारत के प्रधानमंत्री मोदी की सराहना भी की. उन्होंने पीएम मोदी से भारत-यूक्रेन के बीच पहले की तरह व्यापार को बढ़ावा देने का अनुरोध किया है जिससे कि वहां की अर्थव्यवस्था की बहाली हो सके.
'युद्धग्रस्त यूक्रेन के एक बड़े हिस्से में अब शांति'
यूक्रेनी पीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए यह भी कहा कि वो 'वैश्विक नेता' होने के साथ दुनिया में शांति स्थापना की दिशा में काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि युद्धग्रस्त देश यूक्रेन के एक बड़े हिस्से में अब शांति कायम है, इसलिए भारत से आग्रह करता हूं कि वो आर्थिक मजबूती में पहले की तरह से अपना सहयोग प्रदान करे.
युद्ध की वजह से अर्थव्यवस्था में 30 फीसदी गिरावट
रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष की शुरुआत फरवरी 2022 में हुई थी. इतने लंबे समय से दोनों देशों के बीच जारी युद्ध से यूक्रेन की अर्थव्यवस्था गड़बड़ा गई है. इस युद्ध के कारण यूक्रेन अर्थव्यवस्था में आई करीब 30 फीसदी गिरावट का दंश झेल रहा है. यूक्रेन के लिए पिछले 30 वर्षों में यह सबसे बड़ी आर्थिक गिरावट दर्ज की गई है.
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने को चलाया था 'ऑपरेशन गंगा'
यूक्रेन युद्ध के बाद भारत ने वहां पर फंसे छात्रों सहित 18,000 भारतीय नागरिकों को 'ऑपरेशन गंगा' के जरिये निकाला था. इस युद्ध को फरवरी में 2 साल हो जाएंगे. युद्ध के चलते बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो चुकी है और देश ने बड़ी तबाही का सामना किया है. इससे प्रभावित लाखों यूक्रेनियन को विस्थापित करने पर बड़ा खर्च किया गया है.
यूक्रेनी प्रधानमंत्री डेनिस ने इस बात को भी दोहराया है कि वो 31 सदस्यीय अंतर-सरकारी सैन्य संगठन, यूरोपीय संघ और नाटो का सदस्य बनने के लिए कुछ भी करने को तैयार है.
साक्षात्कार के दौरान यूक्रेनी प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि अन्य देशों को युद्ध रोकने के लिए रूस पर दबाव डालना चाहिए. उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से यूक्रेनी क्षेत्रों को आजाद करने को कहा.
'सहयोगी देशों से मिल रही मदद'
डेनिस शमीहाल ने इस बात को भी पुरजोर तरीके से कहा कि हमारे सभी सहयोगी हथियारों और मानवीय सहायता को लेकर पूरी मदद कर रहे हैं. बावजूद इसके युद्ध के चलते जरूरतें इतनी ज्यादा हैं कि ये भी कम पड़ रही हैं. यूक्रेन को और ज्यादा से ज्यादा सहायता और समर्थन की दरकार है. यूक्रेनी प्रधानमंत्री ने तेजी से आगे बढ़ रहे भारत की प्रशंसा की है.
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