संयुक्त राष्ट्र ने यूक्रेन में चल रही लड़ाई में कम से कम 240 आम नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि की है जिनमें से 64 लोगों की मौत गुरुवार को हुई. हालांकि, उसका मानना है कि ‘‘वास्तविक संख्या इससे कहीं अधिक है’’ क्योंकि मारे गए लोगों की कई खबरों की अभी पुष्टि नहीं हुई है.
संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के समन्वय के लिए बने कार्यालय (ओसीएचए) ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय से शनिवार देर रात आंकड़ा जारी किया. यह कार्यालय किसी संघर्ष में मारे गए लोगों की पुष्टि के लिए सख्त सत्यापन प्रक्रियाओं का पालन करता है. ओसीएचए ने यह भी कहा कि असैन्य ढांचों को नुकसान पहुंचने से हजारों लोग बिजली या पानी की सुविधाओं से वंचित हो गए हैं और इससे यूक्रेन में खासतौर से उत्तरी, पूर्वी और दक्षिणी हिस्से में मानवीय संकट की स्थिति पैदा हो गयी है.
यूएस और सहयोगी देशों ने लगाये रूस पर प्रतिबंध
वहीं दूसरी तरफ रूस द्वारा किए जा रहे लागातार हमले से कई देश पुतिन के विरोध में आ गया है. अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने बृहस्पतिवार को यूक्रेन पर आक्रमण के बाद रूस के खिलाफ कई प्रतिबंधों की घोषणा की. पश्चिमी देशों ने चार बड़े रूसी बैंकों की संपत्ति पर रोक लगाने, निर्यात नियंत्रण लागू करने और पुतिन के करीबी अधिकारियों, कारोबारियों पर पाबंदी लगाने का फैसला किया. पुतिन ने यूक्रेन के लिए अपनी अंतिम योजनाओं का खुलासा नहीं किया है.
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने संकेत देते हुए कहा कि हम यूक्रेन के लोगों को अपने भाग्य का निर्धारण करने देना चाहते हैं.’’ पुतिन का दावा है कि पश्चिम नाटो के बारे में रूस की सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेने में विफल रहा है. यूक्रेन इसमें शामिल होना चाहता था. जेलेंस्की ने शुक्रवार को पुतिन की एक प्रमुख मांग पर बातचीत करने की पेशकश की कि यूक्रेन खुद को तटस्थ घोषित करे और नाटो में शामिल होने की अपनी महत्वाकांक्षा को छोड़ दे.
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