UNSC Meeting Russia Proposal: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में सोमवार (27 मार्च) को रूस से जर्मनी तक नॉर्ड स्ट्रीम गैस पाइपलाइनों में पिछले साल हुई तोड़फोड़ की स्वतंत्र जांच की मांग करने वाले मॉस्को के प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया. पश्चिमी देशों ने सितंबर 2022 में बाल्टिक सागर के नीचे हुए विस्फोटों के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया है, लेकिन रूस ने इसके लिए पश्चिम पर तबाही का आरोप लगाया है.


रूस के प्रस्ताव को तीन वोट मिले. इसमें चीन, ब्राजील और खुद रूस शामिल है, जबकि 12 सदस्यों ने इसमें भाग नहीं लिया.  


रूस ने अंतरराष्ट्रीय जांच की उठाई मांग


इससे पहले रूस ने "नॉर्ड स्ट्रीम 1 और 2 गैस पाइपलाइनों पर तोड़फोड़ के सभी पहलुओं की व्यापक, पारदर्शी और निष्पक्ष अंतरराष्ट्रीय जांच करने के लिए एक आयोग के निर्माण का आह्वान किया. रूस ने कहा कि उसे स्वीडन, जर्मनी और डेनमार्क की ओर से शुरू की गई जांच से बाहर रखा गया था, जिनमें से सभी ने आरोपों को खारिज कर दिया है.


वोटिंग के बाद रूस ने लगाया पक्षपात का आरोप


संयुक्त राष्ट्र में रूसी दूत वासिली नेबेंजिया ने कहा, "हमें कुछ यूरोपीय राज्यों की ओर से दी गई राष्ट्रीय जांच की निष्पक्षता और पारदर्शिता के बारे में बहुत अच्छे से ध्यान है." उन्होंने बढ़ते संदेह की ओर इशारा किया कि तीन जांचों का उद्देश्य "तोड़फोड़ के कृत्यों के साथ क्या हुआ, इस पर प्रकाश डालना नहीं है, बल्कि सबूतों को छिपाना और अपराध स्थल को साफ करना है." उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि आज के मतदान के बाद, नॉर्ड स्ट्रीम पर तोड़फोड़ के कार्य के पीछे कौन है, इस पर संदेह स्पष्ट हो गया है."


अमेरिका ने कराया था नॉर्ड स्ट्रीम गैस पाइपलाइन में ब्लास्ट?
अमेरिकी पत्रकार सीमोर हर्श का सनसनीखेज दावा खारिज कर दिया है. पत्रकार ने दावा किया था कि बाल्टिक सागर में नॉर्ड स्ट्रीम अंडरवाटर गैस पाइपलाइन को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के इशारे पर उड़ाया गया था. दावा था कि अमेरिकी नौसेना के गोताखोरों ने नॉर्वे की मदद से पिछले जून में पाइपलाइनों पर विस्फोटक लगाए और तीन महीने बाद उन्हें विस्फोट कर दिया.


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