(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Russia Ukraine War: अमेरिका ने भारत की तारीफ की, कहा- यूक्रेन संकट पर हम एकमत नहीं, फिर भी हमारे संबंध मजबूत हुए
US On India Russia Friendship: अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि रूस-यूक्रेन जंग से भारत-अमेरिका के रिश्ते प्रभावित नहीं हुए, बल्कि दोनों के रिश्ते मजबूत हो रहे हैं. जानिए क्या चाहता है अमेरिका...
US On Ukraine Crisis: सालभर से भी ज्यादा समय से जारी रूस-यूक्रेन जंग (Russia Ukraine War) का असर दुनियाभर पर पड़ा है. अमेरिका (America) समेत कई पश्चिमी देश चाहते थे कि भारत रूसी आक्रमण की निंदा करे, लेकिन भारत(India) ने किसी का पक्ष नहीं लिया और वहां शांति स्थापित करने की कोशिश की. अमेरिका ने भारत के संदर्भ में अब कहा है कि यूक्रेन मसले पर हम एकमत नहीं हुए, फिर भी हमारे रिश्ते मजबूत हुए हैं.
अमेरिका की बाइडेन सरकार में दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के सहायक सचिव डोनाल्ड लू ने कहा कि रूस-युक्रेन जंग ने भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों को तोड़ने के बजाय वास्तव में मजबूत किया है. डोनाल्ड लू ने आगे कहा कि यह सच है कि हमने हमेशा यूक्रेन में रूस के युद्ध के लिए समान दृष्टिकोण साझा नहीं किया है, लेकिन हम इस बात को साझा करते हैं कि यह जंग जल्द से जल्द खत्म होनी चाहिए. उन्होंने माना कि इस जंग से भारत—अमेरिका के रिश्ते प्रभावित नहीं हुए, बल्कि दोनों के रिश्ते मजबूत हो रहे हैं. हालांकि, उन्होंने भारत से एक बार फिर यह आग्रह किया कि वह रूस को हमलों से पीछे हटने को कहें.
कहा- जंग के पहले दिनों से हमारी निरंतर बातचीत हुई
डोनाल्ड लू ने कहा कि रूस के साथ भारत के लंबे समय से संबंध हैं. हम जानते हैं कि भारत ने यूक्रेन में भी मानवीय सहायता प्रदान की है, और इस बात पर जोर दिया है कि रूस-यूक्रेन की जंग का समाधान बातचीत से निकाला जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस जंग के पहले दिनों से भारत और अमेरिका के बीच निरंतर बातचीत हुई है. हमारा आपसी सहयोग जारी रहेगा.
खुद दे रहा यूक्रेन को हथियार, भारत को कह रहा जंग रुकवाओ!
अमेरिका और उसके सहयोगी देश यूक्रेन को रूस के साथ मुकाबला करने के लिए अरबों डॉलर के हथियार पहुंचा रहे हैं, ऐसे में यह जंग खत्म नहीं होती दिख रही. एक ओर अमेरिका जहां हथियार बेचकर फायदा ले रहा है, वहीं दूसरी ओर खुद को शांतिदूत के रूप में भी पेश कर रहा है कि यूक्रेन-रूस की जंग रुक जानी चाहिए.
वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन जंग की वजह से हथियार बनाने वाली अमेरिकी कंपनियों की बिक्री में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. ये रिपोर्ट हाल में ही यानी कि 18 अप्रैल को आई, जिसमें हिमरास मिसाइल सिस्टम बनाने वाली लॉकहीड कंपनी ने बताया कि साल की पहली तिमाही में उसने 1 लाख करोड़ रुपये की कमाई की है.
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