America on Russia-India Relation: रूस और यूक्रेन (Russia Ukraine War) के बीच लगातार जंग जारी है. अमेरिका समेत कई देशों ने रूस को अलग थलग करने की लगातार कोशिशें की, लेकिन पुतिन के सैनिक यूक्रेन में गोले बरसाते रहे. वहीं, अब अमेरिका यूक्रेन संघर्ष के बीच बुधवार को भारत (India Policy) के नीतिगत विकल्पों का बचाव करते हुए दिखाई दिया. अमेरिका ने रूस-भारत संबंधों को लेकर अपने रूख में बदलाव किया है. अमेरिका (America) ने कहा कि मॉस्को के साथ ऐतिहासिक संबंध रखने वाले देशों को अपनी विदेश नीति (Foreign Policy) को फिर से बदलने में लंबा समय लगेगा.


अमेरिका (America) ने भी यूक्रेन जंग (Ukraine War) के बीच रूस से संबंधों को लेकर भारत पर दवाब बनाने की कोशिश की थी, लेकिन भारत अपनी विदेश नीति को लेकर समझौता करने को तैयार नहीं दिखा और देश हित में रूस से सस्ता तेल खरीदता रहा. 


भारत-रूस संबंधों पर अमेरिका का रुख


अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता (US State Department Spokesperson) नेड प्राइस ने रूस को अलग-थलग करने में अमेरिका की "विफलता" पर एक सवाल के जवाब में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान रूस से संबंधों को लेकर टिप्पणी की. प्राइस ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हमने दुनिया भर के देशों को यूक्रेन में रूस की आक्रामकता के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने वोट सहित स्पष्ट रूप से बोलते देखा है.


विदेश नीति बदलने में लगेगा वक्त- अमेरिका


अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस (Ned Price) ने भारत की ओर से रूसी तेल आयात (Russian Oil) पर कहा कि यह कुछ ऐसा है जो विशेष रूप से उन देशों के लिए है, जिनके रूस के साथ ऐतिहासिक संबंध हैं. उन्होंने कहा कि जैसा कि भारत के साथ मामला है, दशकों से रूस और भारत के बीच संबंध (Russia-India Relation) आगे बढ़ा है. उन्होंने कहा कि रूस से ऐतिहासिक संबंध रखने वाले देशों को अपनी विदेश नीति को बदलने में वक्त लगेगा. गौरतलब है कि यूक्रेन में जंग के बीच मौजूदा वक्‍त में अमेरिका और रूस के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. वहीं, भारत दोनों देशों के साथ अपने संबंधों को मजबूत कर रहा है.


ये भी पढ़ें:


China-Taiwan Tension: 'हम भी अपनी सुरक्षा की रक्षा के लिए आश्वस्त, सक्षम और दृढ़'- चीन को ताइवान की दो टूक


Independence Day: अमेरिका की सड़कों पर निकला ‘बाबा का बुलडोजर’, जिंदाबाद के नारे लगाकर लोगों ने मनाया आजादी का जश्न