रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के शहरों से नागरिकों की निकासी में बाधा के लिए इसी पूर्वी यूरोपीय देश के राष्ट्रवादियों को जिम्मेदार ठहराया है. क्रेमलिन ने कहा कि पुतिन ने जर्मन चांसलर ओलाफ स्कॉल्ज के साथ फोन पर वार्ता की, जिसमें मानवीय पहलुओं पर विशेष रूप से जोर दिया गया. क्रेमलिन ने बताया कि पुतिन ने जर्मन चांसलर को लड़ाई वाले इलाकों से नागरिकों को निकालने के लिए मानव गलियारा बनाने की रूस की कोशिशों से अवगत कराया.
पुतिन ने लोगों को सुरक्षित रूप से निकालने में राष्ट्रवादी इकाइयों से जुड़े अतिवादियों के अवरोध डालने के प्रयासों के बारे में भी बताया. वहीं, यूक्रेन के अधिकारियों का कहना है कि रूस के निरंतर गोलाबारी ने लड़ाई वाले इलाकों से नागरिकों की निकासी की कोशिशों को पटरी से उतारा है. बता दें कि रूस ने बुधवार सुबह नए संघर्षविराम की घोषणा की थी, ताकि हजारों नागरिक कीव के आसपास के शहरों के साथ-साथ दक्षिणी शहरों-मारियुपोल, एनरहोदर और वोल्नोवाखा, पूर्व में इज़्यूम और उत्तर पूर्व में सूमी से सुरक्षित निकल सकें.
रूस ने किया अस्पताल पर हमला: यूक्रेन
यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा है कि रूस के हमले में दक्षिण-पूर्वी बंदरगाह शहर मारियुपोल में बच्चों के अस्पताल एवं प्रसूति केंद्र को निशाना बनाया गया. बुधवार को नगर परिषद के सोशल मीडिया अकाउंट पर एक बयान में कहा गया कि अस्पताल को 'भारी' क्षति हुई है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने ट्वीट किया, 'मलबे के नीचे लोग, बच्चे दबे हैं.' उन्होंने हमले को ‘‘अत्याचार’’ करार दिया.
ज़ेलेंस्की के कार्यालय के उप प्रमुख किरिलो ताइमोशेंको ने कहा कि 'अधिकारी मारे गए या घायल हुए लोगों की संख्या का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं.' युद्ध के चलते यूक्रेन को भारी तबाही का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें आम लोग भी चपेट में आ रहे हैं.
यू्क्रेन को और अधिक हथियार भेजेगा ब्रिटेन
इसी बीच ब्रिटेन ने बुधवार को कहा कि वह और अधिक हथियार, खासतौर पर टैंक रोधी मिसाइल यूक्रेन भेजेगा, ताकि रूसी हमलों का यह पूर्वी यूरोपीय देश मुकाबला कर सके. रक्षा मंत्री बेन वालेस ने ब्रिटिश संसद के निचले सदन हाउस ऑफ कॉमंस को बताया कि ब्रिटेन पहले भेजी जा चुकी 2,000 हल्की टैंक मिसाइल के अतिरिक्त 1,615 और अधिक मिसाइल भेजेगा. लंबी दूरी तक मार करने वाली जावेलिन मिसाइल और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल की एक छोटी खेप भी हथियारों की नयी आपूर्ति में शामिल है.