Ukraine War: यूक्रेन से जंग में बड़ी संख्या में रूसी सैनिक जख्मी, रूस के अस्पतालों में इलाज की जगह नहीं, पुतिन ने अब दिए ये आदेश
Vladimir Putin News: यूक्रेन (Ukraine) युद्ध में घायल हो रहे रूसी सैनिकों की संख्या बढ़ने के बाद इससे निपटने के लिए सिविलियन अस्पतालों (Civilian Hospitals) के इस्तेमाल करने पर जोर दिया जा रहा है.
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Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 10 महीने से अधिक वक्त से जंग जारी है. जंग में यूक्रेन के कई इलाके तबाह हो चुके हैं. वहीं, दोनों देशों के सैनिकों को नुकसान पहुंचा है. यूक्रेन के साथ युद्ध (Ukraine War) में बड़ी संख्या में रूस के सैनिक भी (Russian Army) जख्मी हुए हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक युद्ध स्थल से लौटकर रूस पहुंचने वाले जख्मी सैनिकों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है. रिपोर्ट से ये भी संकेत मिलता है कि रूस के अस्पतालों में घायल सैनिकों के इलाज के लिए जगह नहीं है.
रूस और यूक्रेन के बीच (Russia Ukraine War) पिछले साल 24 फरवरी से जंग जारी है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 2023 की शुरुआत के दो दिनों में ही दोनों देशों के 100 से अधिक सैनिकों की मौत हुई है.
पुतिन ने क्या दिए आदेश?
रूस में जख्मी सैनिकों के इलाज के लिए अस्पतालों में बेड की कमी है. इस बीच पुतिन ने कथित तौर पर विकलांग सैनिकों की संख्या से निपटने के लिए असैन्य अस्पतालों (Civilian Hospitals) के बड़े पैमाने पर उपयोग का आदेश दिया है. युद्ध में घायल हो रहे सैनिकों की संख्या बढ़ रही है. इससे निपटने के लिए सिविलियन अस्पतालों का इस्तेमाल करने पर जोर दिया जा रहा है. स्वास्थ्य और रक्षा मंत्रालयों की ओर से क्रेमलिन प्रमुख को नए साल की छुट्टी के बाद जल्दी काम पर वापस आने की सूचना मिली थी.
सैनिकों पर ही लगाया था दोष
क्रेमलिन ने कहा, "इन-पेशेंट मेडिकल केयर और पुनर्वास (Rehabilitation) के साथ विशेष सैन्य अभियान में भाग लेने वाले व्यक्तियों को विशेष सुविधा दी जाएगी''. बताया जा रहा है कि पिछले 10 महीने के युद्ध में रूस को इतना नुकसान कभी नहीं पहुंचा है जितना मौजूदा वक्त में हुआ है. लेफ्टिनेंट जनरल सर्गेई सेवरीयुकोव ने पीड़ितों पर सनसनीखेज आरोप लगाने की कोशिश की थी. उनका कहना था कि प्रतिबंध के बावजूद उनके मोबाइल फोन के उपयोग ने यूक्रेनी खुफिया एजेंसियों को सतर्क कर दिया था.
यूक्रेन की सेना भी कर रही डंटकर मुकाबला
रूसी सैनिकों की पत्नियां शिकायत कर रही हैं कि उनके पति को कीमा बनाया हुआ मांस में बदल दिया गया. उन्हें मारे गए अपने पति को ले जाने की भी अनुमति नहीं थी और ना ही उन्हें दफनाने की इजाजत थी. कई शवों को इतना इधर-उधर फेंक दिया गया था. बता दें कि रूसी हमले में यूक्रेन के साथ साथ रूस के जवान भी मारे गए हैं. यूक्रेन की स्थिति तो बदहाल है, लेकिन जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) की सेना अभी भी पुतिन के सैनिक के साथ डंटकर मुकाबला कर रहे हैं.
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