Russian Missile Strike in Ukraine: रूस और यूक्रेन के बीच जंग और तेज हो गई है. यूक्रेन को पश्चिमी देशों से मिल रही सैन्य मदद से रूस बौखला गया है. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) की सेना ने गुरुवार (26 जनवरी) को यूक्रेन (Ukraine) पर मिसाइलों की बारिश की है. यूक्रेन में रूसी मिसाइल हमले में 11 लोगों की मौत की खबर है. रूसी सैनिकों की ओर से मिसाइल हमले (Missile Strike) की अमेरिका ने कड़ी निंदा की है.


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी मिसाइल हमले (Russian Missile Strike) में पूरे यूक्रेन में करीब 11 क्षेत्रों को नुकसान पहुंचा है. कई इमारतें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं.


रूस ने यूक्रेन पर दागी मिसाइलें


सीएनएन ने यूक्रेनी स्टेट इमरजेंसी सेवाओं का हवाला देते हुए बताया कि गुरुवार को यूक्रेन पर रूसी मिसाइल हमले में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई है. हमले में 11 लोग बुरी तरह जख्मी भी बताए जा रहे हैं. यूक्रेन में इमरजेंसी सेवा के प्रवक्ता ऑलेक्ज़ेंडर खोरुन्झी ने एक बयान में कहा कि कीव क्षेत्र में घरों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है. हमले के बाद राहत और बचाव में लगभग 100 लोगों को लगाया गया है.


अमेरिका ने रूसी हमले की निंदा की


अमेरिकी विदेश विभाग ने गुरुवार को एक नियमित ब्रीफिंग में यूक्रेन पर हमले की निंदा की और उन सभी लोगों के प्रति सहानुभूति जताई जो घायल हुए. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा, "जैसा कि आप सभी ने देखा, रूस ने कल रात यूक्रेन में और अधिक मिसाइलें दागीं. अमेरिका की ओर से मैं यूक्रेन में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं. घायलों के प्रति पूरी सहानुभूति है''.


मिसाइल हमलों में कई इमारतों को नुकसान


अमेरिका और जर्मनी की ओर से यूक्रेन को युद्धक टैंक उपलब्ध कराने पर सहमत होने के बाद रूस ने हमला किया है. मिसाइल हमलों में 35 इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं और दो जगहों पर आग लग गई. सीएनएन के मुताबिक, मिसाइलों ने पूरे यूक्रेन में 11 क्षेत्रों को नुकसान पहुंचाया है. कीव क्षेत्र में घरों को काफी नुकसान पहुंचा है. पिछले हफ्ते, रूसी मिसाइलों की चपेट में आने के बाद निप्रो शहर में एक अपार्टमेंट ब्लॉक में कम से कम 30 लोग मारे गए थे.


पिछले साल अक्टूबर के बाद से रूस मिसाइलों और ड्रोन के साथ यूक्रेन (Ukraine) की ऊर्जा अवसंरचना पर बमबारी कर रहा है, जिससे देश में बड़े स्तर पर ब्लैकआउट समेत कई दूसरी समस्याएं पैदा हो रही हैं.


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