(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Russia Ukraine War: पुतिन ने दी धमकी, कहा- यूक्रेन युद्ध में दखल नहीं करेंगे बर्दाश्त, अगर कोई बीच में आया तो...
Ukraine War: रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने सांसदों को संबोधित करते हुए यूक्रेन के सैन्य ऑपरेशन पर विस्तार से बात की. उन्होंने कहा कि अगर कोई दूसरा देश दखल देगा तो रूस का हमला बिजली से तेज और घातक होगा.
Russia Ukraine Conflict: रूस और यूक्रेन के बीच भीषण जंग जारी है. रूसी सेना दो महीने से अधिक समय से यूक्रेन के अलग-अलग ठिकानों को निशाना बना रही है. इस बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन युद्ध में दखल को लेकर बाहरी ताकतों को चेतावनी दी है. रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि युद्ध में किसी दूसरे देश की दखल बर्दाश्त नहीं करेंगे. पुतिन ने बुधवार को कहा कि उनके पास उन देशों पर तत्काल हमले के लिए सभी साधन हैं जो यूक्रेन जंग में हस्तक्षेप करने की कोशिश करेंगे. पुतिन ने बुधवार को सांसदों को संबोधित करते हुए यूक्रेन के सैन्य ऑपरेशन पर विस्तार से बात की. इसी दौरान पुतिन ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान अगर कोई दूसरा देश दखल देगा तो रूस का हमला बिजली से तेज और घातक होगा.
यूक्रेन जंग में बाहरी दखल बर्दाश्त नहीं- पुतिन
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि हमारे पास ऐसा करने के लिए सभी उपकरण हैं. ऐसे उपकरण जिनके बारे में हम डींग नहीं मारेंगे. अगर ऐसी जरुरत होती है तो हम उनका इस्तेमाल करेंगे. उन्होंने कहा कि रूसी अधिकारियों ने इस तरह की प्रतिक्रिया की तैयारी के लिए सभी आवश्यक निर्णय पहले ही ले लिए हैं.
बता दें, पिछले हफ्ते रूस ने अपनी अत्याधुनिक आरएस-28 सरमत अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया था. नई परमाणु-सक्षम मिसाइल कई हाइपरसोनिक ग्लाइडर ले जा सकती है, जो अपनी चरम गति और अपनी उड़ान के दौरान निरंतर युद्धाभ्यास करने की क्षमता के कारण किसी भी मौजूदा वायु रक्षा को बायपास करने में सक्षम हैं.
रूस को टुकड़ों में बांटना चाहते हैं पश्चिमी देश- पुतिन
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ये भी आरोप लगाया कि पश्चिम के देश रूस को अलग-अलग टुकड़ों में बांटना चाहते हैं. साथ ही ये भी आरोप लगाया कि पश्चिम के देश ही यूक्रेन को जंग में धकेलने के लिए जिम्मेदार हैं. रूस के साथ जंग की शुरुआत के बाद से ही पश्चिमी देश सक्रिय रूप से यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति कर रहे हैं. जिसमें टैंक-रोधी और विमान-रोधी मिसाइल सिस्टम, बख्तरबंद वाहन और हॉवित्जर शामिल हैं. उन्होंने अपने सैन्य अभियान को वित्तपोषित करने की रूस की क्षमता को कम करने के उद्देश्य से कठोर प्रतिबंध भी लगाए हैं.
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