Russia-Ukraine War: रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच युद्ध शुरू हुए 14 महीने से ज्यादा हो गए. युद्ध के दौरान दोनों देश को बहुत ही ज्यादा नुकसान का सामना करना पड़ा है. इसी बीच TASS समाचार एजेंसी ने मंगलवार (25 अप्रैल) को एक वरिष्ठ रूसी राजनयिक के हवाले से कहा कि रूस और अमेरिका (America) दो परमाणु शक्तियां है. इन दोनों देश के बीच सीधे सैन्य टकराव की वजह से न्यूक्लियर वॉर के जोखिम लगातार बढ़ रहे हैं.


रूस के विदेश मंत्रालय के परमाणु विभाग के प्रमुख व्लादिमीर एर्मकोव ने रूसी राज्य समाचार एजेंसी को बताया कि अमेरिका रूस के साथ अपनी हरकतों की वजह से जोखिम बढ़ रहा है.


रूस अमेरिका पर लगा रहा है आरोप
रूस हमेशा परमाणु युद्ध को बढ़ावा देने के लिए अमेरिका और पश्चिमी देशों पर आरोप लगा रहा है. इसी पर व्लादिमीर एर्मकोव ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अमेरिका लगातार रूस के साथ किसी भी तरह टकराव जारी रखता है तो इसके परिणामस्वरूप न्यूक्लियर हमले की संभावना पैदा हो सकती है.


अमेरिका ने मार्च में रूस से कहा था कि रूसी सेना के न्यूक्लियर वॉर के धमकी देने के बाद वो अपने न्यूक्लियर डेटा से जुड़ी जानकारी को संधि के नियमों के अनुसार देना बंद कर देगा. अमेरिका ने इसके लिए रूस का न्यूक्लियर से जुड़ी START संधि में भागीदारी न लेने को भी वजह बताया है.
 
'न्यूक्लियर वॉर का खतरा दिन-ब-दिन बढ़ाता जा रहा'
रूस के विदेश मंत्रालय के परमाणु विभाग के प्रमुख व्लादिमीर एर्मकोव ने अब तक प्रकाशित TASS के साथ किए गए इंटरव्यू के अंशों में कथित अमेरिकी टकराव के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है. उन्होंने कहा कि आज का सबसे गंभीर खतरा है, दो न्यूक्लियर पावर के बीच सीधे तौर पर टकराव होना. इसके वजह से न्यूक्लियर वॉर होने की भी संभावना जुड़ी हुई है और अफसोस ये है कि न्यूक्लियर वॉर का खतरा दिन-ब-दिन बढ़ाता जा रहा है.


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