Russia Ukraine War: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने देश के रक्षा मंत्री को बर्खास्त कर दिया है. फरवरी 2022 में रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद देश में होने वाला ये सबसे बड़ा फेरबदल है. देश को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि वह रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेज्निकोव को बर्खास्त कर रहे हैं. इस हफ्ते संसद से उनकी जगह प्राइवेटाइजेशन फंड के प्रमुख रुस्तम उमेरोव को रक्षा मंत्री बनाए जाने के लिए गुजारिश की जाएगी. 


ओलेक्सी रेज्निकोव नवंबर 2021 से ही रक्षा मंत्री का पद संभाल रहे हैं. उन्होंने युद्ध के लिए पश्चिमी मुल्कों से अरबों डॉलर का हथियार हासिल करने में भी बड़ी भूमिका निभाई है. जेलेंस्की ने कहा, 'मैंने यूक्रेन के रक्षा मंत्री को बदलने का फैसला किया है. ओलेक्सी रेज्निकोव 550 दिनों से ज्यादा वक्त से युद्ध के मैदान में डटे हुए थे. मुझे लगता है कि मंत्रालय को नए अप्रोच की जरूरत है.' हालांकि, ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर युद्ध के बीच रक्षा मंत्री को क्यों हटाया गया है. 


क्यों पद से हटाए गए ओलेक्सी रेज्निकोव? 


रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्वी यूरोप के अधिकतर देशों की तरह यूक्रेन में भी बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार फैला हुआ है. युद्ध के समय इस भ्रष्टाचार के बारे में बहुत ज्यादा चर्चा होने लगी थी. भले ही यूक्रेनी रक्षा मंत्री रेज्निकोव ने बड़े पैमाने पर हथियारों को हासिल करने में मदद की. लेकिन उनके ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे थे. रेज्निकोव के ऊपर घूस लेने और भ्रष्टाचार लेने का आरोप है. 


डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, रेज्निकोव के तहत रक्षा मंत्रालय ने सर्दियों में सैनिकों के लिए खरीदे जाने वाले यूनिफॉर्म के लिए तुर्की की एक कंपनी से सौदा किया. इस सौदे के तहत कंपनी से यूनिफॉर्म को मार्केट रेट से तीन गुना ज्यादा कीमत पर खरीदे गए. कहा गया कि इस खरीददारी में रेज्निकोव ने बड़ी भूमिका निभाई और इसके लिए उन्हें पैसा भी मिला. हालांकि, उन्होंने इसे खुद को बदनाम करने की साजिश करार दिया है.


राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद ही रेज्निकोव को पद से हटाने का फैसला सुनाया. ये दिखाता है कि यूक्रेन में भ्रष्टाचार को लेकर जेलेंस्की किस तरह की नीति पर चल रहे हैं. हर कोई ये देखकर हैरान था कि जिस व्यक्ति ने युद्ध में इतने बड़े पैमाने पर अपनी भूमिका को साबित किया है, उसे किस तरह से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. जेलेंस्की ने साफ कर दिया है कि युद्ध के समय भ्रष्टाचार को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा. 


यूक्रेन में भ्रष्टाचार पर वार


राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यूक्रेन में भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है. वह देश से भ्रष्टाचार को किसी भी कीमत पर खत्म करना चाहते हैं. वह चाहते हैं कि देश की पहचान एक समृद्ध और भ्रष्टाचार मुक्त मुल्क की हो. यूक्रेन की तरफ से यूरोपियन यूनियन में शामिल होने के लिए भी अप्लाई किया गया है. देश में फैले भ्रष्टाचार की वजह से यूरोपियन यूनियन में शामिल होना मुश्किल हो सकता है. इस वजह से लोग भी अब घूस देने से बच रहे हैं और भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान में राष्ट्रपति के साथ खड़े नजर आ रहे हैं.  


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