Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच घमासान युद्ध जारी है. 24 फरवरी को शुरू हुआ युद्ध अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा है. दोनों ही देश पीछे हटने को तैयार नहीं है. इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने अपने नागरिकों को चेतावनी जारी कर और अधिक रूसी हमलों के लिए तैयार रहने को कहा है. रॉयटर्स के मुताबिक, जेलेंस्की ने कहा कि रूस निश्चित रूप से उनके देश पर नए मिसाइल हमले शुरू करेगा.
जेलेंस्की ने यूक्रेन के नागरिकों और रक्षा बलों से तैयार रहने के लिए कहा है. उधर यूक्रेन में अब तापमान तेजी से नीचे गिरने लगा है और रोज बर्फबारी हो रही है. ऐसे में इस जंग में बने रहना यूक्रेन के लिए काफी मुश्किल भरा है. एक खास रणनीति के तहत रूस यूक्रेन के पावर ग्रिड को निशाने पर ले रहा है, ताकि यूक्रेन के लोग बिजली के बिना रहें और घुटने टेकने पर मजबूर हो जाएं.
रॉयटर्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, कीव के अधिकारियों ने कहा कि श्रमिक बिजली, पानी और गर्मी की बहाली को पूरा करने की कोशिश में लगे हैं. रूसी हवाई हमलों के कारण बार-बार उन्हें ब्लैकआउट का सामना करना पड़ रहा है.
'आतंकवादी नए हमलों की योजना बना रहे हैं'
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपने रविवार रात के वीडियो संबोधन में कहा, "हम समझते हैं कि आतंकवादी नए हमलों की योजना बना रहे हैं. हम यह एक तथ्य के लिए जानते हैं... और जब तक उनके पास मिसाइलें हैं, दुर्भाग्य से, वे शांत नहीं होंगे. आने वाला सप्ताह पिछले सप्ताह की तरह कठिन हो सकता है. हमारे रक्षा बल तैयार हो रहे हैं. पूरा देश तैयार हो रहा है." जेलेंस्की के दावों पर अभी तक मॉस्को से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.
यूक्रेन की केंद्रीय सेना कमान ने कहा कि रूसी सेना ने निप्रॉपेट्रोस क्षेत्र में चार मिसाइल हमले किए और नागरिक वस्तुओं पर कई बार गोलीबारी की. वहीं यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने कहा कि रूसी सैनिकों ने दोनेत्स्क में एक दर्जन गांवों पर बमबारी की थी, जिसमें बखमुत और अवदीवका के मुख्य टारगेट पर थे.
ठंड के मौसम में बढ़ी बिजली की मांग
ग्रिड संचालक उक्रेनर्गो ने कहा कि ठंड का मौसम धीरे-धीरे ऊर्जा की जरूरतों को बढ़ा रहा है. मरम्मत करने वाले कर्मचारी बर्बाद बिजली सुविधाओं को ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं. बुधवार को रूस के मिसाइल हमलों के बाद बिजली उत्पादक अभी भी पूरी बिजली आपूर्ति बहाल नहीं कर सकते हैं और उन्हें ब्लैकआउट लगाकर ऊर्जा का संरक्षण करना पड़ रहा है.
हवाई हमलों से बनाया बुनियादी ढांचे को निशाना
उक्रेनर्गो ने टेलीग्राम पर कहा, "क्षमता की कमी के कारण उपभोग प्रतिबंध व्यवस्था अभी भी लागू है, जो वर्तमान में लगभग 20% है." पिछले हफ्ते, उक्रेनर्गो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बिजली उत्पादन सुविधाओं को हुए नुकसान को "विशाल" बताया था. बता दें कि मॉस्को ने हाल के दिनों में हवाई हमलों के माध्यम से महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया है, जिससे व्यापक बिजली कटौती हुई है और नागरिकों की मौत हुई है.
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